देहरादून। गौतम थापर के स्वामित्व वाली अवंता ग्रुप की करोड़ों रुपए की संपत्तियों को प्रवर्तन निदेशालय ने कुर्क कर दिया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने उत्तराखंड, महाराष्ट्र और हरियाणा में 678 करोड रुपए की संपत्ति को कुर्क किया है। इन संपत्तियों में जमीन और बिल्डिंग शामिल है। अवंता ग्रुप के मालिक गौतम थापर को वर्ष 2021 में ही गिरफ्तार किया जा चुका है। मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा यह मामला वर्ष 2019 से चल रहा है। जांच में खुलासा हुआ था कि ग्रुप द्वारा बताई गई संपत्ति की कीमत बेहद कम थी। अवंता ग्रुप की सीजी पावर एंड इंडस्टि्रयल सॉल्यूशन लिमिटेड ने ईडी को अपनी संपत्तियों के बारे में जानकारी दी थी। लेकिन जब इनकी जांच हुई तो पता चला कि जो कीमत इन संपत्तियों की बताई गई है, वह वास्तविक से बेहद कम है। कई बैंकों से हजारों करोड़ रुपये का लोन भी लिया गया। इसमें कंपनी को गारंटीकर्ता के रूप में दर्शाया गया। अन्य भी वित्तीय गड़बड़ियां मिलने पर सीबीआई ने 22 जून 2021 को मुकदमा दर्ज किया था। इसमें गौतम थापर, माधव आचार्य, बी हरिहरन, ओमकार गोस्वामी, केएन नीलकंठ समेत अज्ञात सरकारी अधिकारी शामिल थे। प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू की और अवंता ग्रुप के अधिकारी माधव आचार्य को भी इसी वर्ष गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में माधव आचार्य ने बताया कि उसने कंपनी को अपने कोष से 1307 करोड रुपए ट्रांसफर किए थे। अब ईडी ने मनी लांड्रिंग के आरोप में तीन प्रदेशों की 678 करोड रुपए की संपत्ति जब्त कर कुर्की की कार्यवाही शुरू कर दी है।