हल्द्वानी। पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज प्रभाकर और उनके बेटे रोहन प्रभाकर पर हल्द्वानी के एक प्रतिष्ठित व्यापारी से लाखों रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। गुरुवार रात हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इस मामले में एक अन्य व्यक्ति को भी नामजद किया गया है।
बरेली रोड निवासी जसविंदर सिंह, जो श्री गुरुनानक इंटरप्राइजेज के मालिक हैं, ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनकी फर्म सुपर स्टॉकिस्ट के रूप में काम करती है। वे विभिन्न एफएमसीजी कंपनियों से माल लेकर कुमाऊं क्षेत्र में सप्लाई करते हैं। जसविंदर के मुताबिक, पूर्व क्रिकेटर मनोज प्रभाकर और उनके बेटे रोहन प्रभाकर की कंपनी ‘नेचुरंस हर्बल प्राइवेट लिमिटेड’ सौंदर्य प्रसाधन बनाती थी। उन्होंने जसविंदर से ढाई लाख रुपये लेकर उन्हें कुमाऊं का डिस्ट्रीब्यूटर बनाया और एक ब्लैंक चेक भी ले लिया।
जसविंदर ने आरोप लगाया कि कंपनी की ओर से उन्हें लगातार माल भेजा जाता रहा और वह उसे बाजार में सप्लाई करते रहे। लेकिन अचानक एक दिन पूर्व क्रिकेटर ने कंपनी को बंद कर दिया, जिससे उन्हें नया माल मिलना बंद हो गया। इससे पहले जो माल बाजार में भेजा गया था, वह भी फंस गया और बाजार से पैसा उठाने की जिम्मेदारी कंपनी के मार्केटिंग हेड किरन ने निभाई, जिसने सीधे पैसे उठाकर उन्हें नुकसान पहुंचाया। जसविंदर का आरोप है कि इससे उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हुआ और ऊपर से कंपनी ने न तो उनका ब्लैंक चेक लौटाया और न ही ढाई लाख रुपये वापस किए।
व्यापारी ने हल्द्वानी कोतवाली, सीओ और एसएसपी कार्यालय के चक्कर काटे लेकिन पुलिस ने सिर्फ जांच की बात कहकर मामले को टाल दिया। आखिरकार जसविंदर ने कोर्ट की शरण ली। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अखिलेश कुमार पांडे की अदालत ने पुलिस को मुकदमा दर्ज कर जांच करने और रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव ने बताया कि मनोज प्रभाकर, उनके बेटे रोहन प्रभाकर और एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।