देहरादून। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के कार्यभार संभालने के तुरंत बद ही नौकरशाह पर लगाम कसना शुरू हो गया है।
शासन ने एक सनसनीखेज निर्णय लेते हुए भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक एसएल पैट्रिक को ससपेंड कर दिया है। पैट्रिक आने वाले जून माह में अपने पद से सेवानिवृत्त होने वाले थे। शासन ने निदेशक के खिलाफ एक लंबी -चौड़ी चार्जशीट जारी करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।
शासन द्वारा जारी निलम्बित आदेश में आरोप लगाया गया है कि डायरेक्टर पैट्रिक द्वारा राजकीय कार्यों की गोपनीयता भंग की जा रही थी, साथ ही सरकारी संविदा कर्मियों को अपने पारिवारिक व निजी कार्यों में उपयोग किया जा रहा था। सरकारी वाहनों के दुरुपयोग को लेकर भी चार्जशीट में जिक्र किया गया है।
इसके अतिरिक्त निजी कारोबारी ओम प्रकाश तिवारी से लेनदेन व प्रलोभन के वशीभूत होकर सरकारी कार्यों व गोपनीयता को भंग करने व पद के दुरुपयोग का गंभीर आरोप भी इस चार्जशीट में वर्णित है। यही नहीं निदेशक द्वारा निजी स्थान पर निजी व्यक्ति के साथ भेंट वार्ता करना व उसे लाभ दिए जाने को लेकर भी निलम्बित आदेश में जिक्र करते हुए इसे शासन ने गंभीर अनियमितता करार दिया है। इसके अतिरिक्त ई निविदा व ई नीलामी में भी निदेशक द्वारा लचर प्रणाली अपनाई गई।
गौरतलब है कि गत दिनों एक व्यक्ति द्वारा एसएल पैट्रिक द्वारा एफआईआर किये जाने के विरुद्ध हाई कोर्ट में अपील की गई थी, जहां उन्होंने इस बाबत पैट्रिक के खिलाफ गंभीर साक्ष्य प्रस्तुत किये थे। जिसके बाद शासन ने उनके निलंबन का फैसला लिया।