संस्कारों से सुसज्जित देश में समाज जब समाज गर्त की ओर जाता तो अफसोस करने के सिवाए कुछ नहीं बचता है। ऐसा ही संसार कर देने वाला वाक्य देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड की धर्म नगरी हरिद्वार से प्रकाश में आया है। जीआरपी हरिद्वार पुलिस ने ‘गे सेक्स’ यानी ‘लड़कों का लड़कों से सेक्स’ के शौकीन लडकों को शिकार बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए इसमें शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ज्वालापुर, बिजनौर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रहने वाले तीन अन्य आरोपी फरार बताए हो गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह गिरोह लडकों से सेक्स करने के शौकीन युवकों को सेक्स संबंध बनाने का लालच देकर सुनसान जगह पर ले जाकर लूट की वारदात को अंजाम देता था। यह गिरोह अभी तक हरिद्वार में दो दर्जन से अधिक लडकों को अपना शिकार बना चुका है। लोक लाज के डर के कारण पीड़ित युवक पुलिस से भी शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। पुलिस अब इन सभी पीड़ित लडको के बयान दर्ज करने की तैयारी कर रही है।जीआरपी हरिद्वार के एसपी अजय गणपति कुंभार ने बताया कि आरोपी गे और लेस्बियन समुदाय के लिए बने एक डेटिंग एप के जरिए इच्छुक युवाओं को फंसाते थे। बताया जा रहा है कि इस डेटिंग एप के जरिए ‘गे लडके’ लडकों से सेक्स करते हैं और ‘लेस्बियन लडकियां’ लडकियों से सेक्स करती हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरिद्वार में सक्रिय गिरोह ने ऐप के द्वारा बिहार के एक युवक को फंसाया फिर उसे हरिद्वार रेलवे स्टेशन से बैरागी कैंप की सुनसान जगह ले जाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। पीडित युवक ने बताया कि उसके साथ संबंध बनाए ही जा रहे थे कि तभी गिरोह के सदस्यों ने आकर उसे लूट लिया।
जीआरपी थाना प्रभारी अनुज सिंह द्वारा बताया गया कि इस मामले में विनीत कुमार कटारिया निवासी रावली महदूद, उत्तम कुमार निवासी सराय आशियाना होटल और रविकांत निवासी राम धाम कॉलोनी शिवालिक नगर को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन उनके अन्य साथी विनीत राणा निवासी मुज्जफरनगर, अर्जुन निवासी रावली महद्द और मोनू पाल निवासी सरायमहदूद और मोनू पाल निवासी सराय फरार हो गए हैं। जिनकी तलाश जोरशोर से चल रही है। पुलिस द्वारा बताया गया है कि इनमें से मोनू लूट के मामले में पहले भी जेल जा चुका है।