मध्य प्रदेश चुनाव में आरोप- प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो चुका है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ कांग्रेस के एक बड़े नेता राज बब्बर ने मोर्चा खोलते हुए कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार आई तो सिंधिया के महल को चौपाटी बना देंगे। मध्य प्रदेश चुनाव के बीच कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेताओं ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में चले गए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज बब्बर ने कहा है कि यदि मध्य प्रदेश में उनकी कांग्रेस की सरकार बनती है तो सिंधिया के महल को चौपाटी बना दिया जाएगा।
कांग्रेस के नेता यही नहीं रुके, दूसरे दिग्गज कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने भी सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस को धोखा देकर बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। राज बब्बर ने ग्वालियर में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा है कि अगर मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आती है तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल को इसलिए चौपाटी बना दिया जाएगा ताकि आम जनता वहां जाकर घूम फिर सकें। राज बब्बर ने आगे कहा कि मैं बचपन से ग्वालियर आ रहा हूं परंतु मैं यहां पर कोई तरक्की नहीं देखी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग फिल्मों को लेकर डेवलपमेंट किया जा रहे हैं और हम उम्मीद करते हैं कि कमलनाथ मध्य प्रदेश में भी उसको बढ़ावा देंगे।अगर नहीं देंगे तो हम लोग यही करवाने के लिए यहां बैठे हैं. ‘
राज बब्बर ने दलील देते हुए कहा कि ‘गरीबों ने महल नहीं देखे हैं’। कांग्रेस सरकार में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा तो लोग महल भी देखने जाएंगे। महल आखिर हैं तो जनता और ग्वालियर का ही। जनता महल में जाकर मजे से चाट खाएगी.’ उन्होंने आगे कहा कि सिंधिया ने बहुत मौज कर ली है, लेकिन अब जनता की बारी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं राज बब्बर और दिग्विजय सिंह के बयानों से ऐसा प्रतीत होता है कि मानों कांग्रेस पार्टी ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधने का कोई भी अवसर नहीं छोड़ना चाहती है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि उम्मीद नहीं थी कि इतने बड़े सिंधिया घराने के महाराजा कांग्रेस पार्टी के साथ धोखा करेंगें। उन्होंने कहा, ‘बड़े महाराज माधवराव सिंधिया को इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने सांसद बनाया, मंत्री बनाया कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी दो-दो बार मंत्री बनाया, लेकिन मौका स्थिति के चलते वह पार्टी को छोड़कर चले गए।’
दिग्विजय सिंह के बयान पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पलटवार करते हुए कहा कि 2003 से पहले मध्य प्रदेश में जो सरकार थी, उसका नाम बंटाधार सरकार था। उस समय प्रदेश में ना सड़क थी, ना बिजली थी, ना लोगों को पानी मिल रहा था। मुझे इन लोगों के साथ रहते 40 साल हो गए उस समय में बच्चा था।