कहते हैं कि प्यार न तो जाति देखता है और न ही उम्र प्यार कभी भी किसी से भी हो सकता है। ऐसा ही मामला यूपी के मुरादाबाद जिले से सामने आया है। कुंदरकी क्षेत्र के एक गांव में 21 वर्षीय युवक पर इश्क का ऐसा रंग चढ़ा कि उसने 35 वर्षीय विधवा से निकाह कर लिया। पाकवाड़ा क्षेत्र की रहने वाली दो बच्चों की मां जिसके पति की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। पति की मृत्यु के बाद विधवा की अपने चचेरे देवर से नज़दीकियां बढ़ने लगी ।
यहां यह बताते चले की पाकबाड़ा की रहने वाली एक महिला की शादी कुंदरकी थाना क्षेत्र के गांव के युवक से हुआ था। कुछ दिन पहले ही उसके पति की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। महिला की उम्र 35 वर्ष की है तथा उसकी दो बेटियां भी हैं जिनकी जिम्मेदारी उसी पर है। बताया जा रहा है कि उक्त महिला के ससुर के मकान में चचेरे देवर की परचून की दुकान है। जिसकी दुकान से वह अक्सर सामान लेने के लिए जाया करती थी इसी दौरान उनके बीच इतनी नजदीकियां बढ़ गई कि दोनों पति-पत्नी की तरह रहने लगे। महिला के चचेरे देवर की उम्र 21 साल की है दोनों ने शादी करने का फैसला भी कर लिया था। लेकिन लड़के के घर वालों ने उसको महिला से दूरी बनाने के लिए कहा कि वह दो बच्चों की मां के साथ अपने बेटे की शादी नहीं करेंगे और यदि उसने उनकी बात नहीं मानी तो उसे जायदाद से भी बेदखल कर देंगे। दूसरी तरफ विधवा भाभी अपने देवर पर शादी का दबाव बना रही थी जब युवक पर इसका कोई असर नहीं पड़ा तो भाभी ने देवर के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करा दी। जैसे ही परिवार वालों को इस बात का पता चला तो दोनों ओर से समझौते की प्रयास होने लगे। दोनों पक्षों के लोग थाने में आकर निकाह करने पर राजीनामा जाता रहे थे, परंतु युवक के परिवार के लोग थाने जाने को तैयार नहीं थे।
क्षेत्र के संभ्रांत लोगों के समझाने के पश्चात देर रात दोनों की शादी करा दी गई बताया जा रहा है कि युवक के घरवालों ने युवक को संपत्ति से बेदखल कर दिया जिसके बाद वह अपनी पत्नी को लेकर किसी रिश्तेदार के यहां चला गया है।