ऋषिकेश से भाजपा के या यूं कहें ‘मंत्री’ जी के मेयर उम्मीदवार ‘शंभू पासवान’ ने अपना नामांकन पर्चा तो किसी से भरवा दिया
लेकिन जब अंत में अधिकारी के समक्ष हस्ताक्षर करने पड़े तो हर पृष्ठ में ‘शंभू’ के बजाए ‘सम्भू’ कर गए और हस्ताक्षर में कोई भी हिंदी के शब्द भी सीधे-सीधे ना लिख सके।
इस मामले को विपक्ष ने लपक लिया और शहर भर में चर्चा का विषय बन गया।