डेंगू के विरुद्ध जंग में रक्तदान के माध्यम से मरीजों की सहायता के उद्देश्य की पूर्ति हेतु यूथ रेडक्रास कमेटी ,बार एसोसिएशन तथा डी एल एस ए (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण) द्वारा कोर्ट परिसर स्थित बार सभागार में संयुक्त रूप से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में कुल 52 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। इस अवसर पर 150 से ज्यादा बार रक्तदान करने वाले यूथ रेडक्रास कमेटी के अनिल वर्मा को आई० एम० ए० ब्लड बैंक के मेडिकल ऑफीसर डॉ० अनन्य त्रेहान तथा पी० आर० ओ० कमल साहू द्वारा “रक्तदाता प्रेरक सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसिएशन” प्रदान किया गया है।
मुख्य अतिथि बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट अनिल शर्मा कुकरेती, विशिष्ट अतिथि डेंगू कंट्रोल रूम रक्त आपूर्ति सेवा के नोडल ऑफीसर रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा, बार एसोसिएशन महासचिव एडवोकेट राजबीर सिंह बिष्ट , रेडक्रास की स्टेट डिजास्टर रिस्पांस टीम सदस्या मेजर प्रेमलता वर्मा, आई एम ए ब्लड बैंक अधिकारी डॉ० अनन्य त्रेहान, समाजसेवी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सदस्य कुलवीर सिंह तड़ियाल तथा बार एसोसिएशन उपाध्यक्ष एडवोकेट भानु प्रताप सिसोदिया ने दीप प्रज्ज्वलित करके शिविर की शुरुआत की।
मुख्य अतिथि एडवोकेट अनिल शर्मा कुकरेती ने कहा कि किसी भी आपदा से निपटने में सरकार के साथ साथ आम जनता का सहयोग भी होना बेहद जरूरी है। इस समय प्रदेश में डेंगू फीवर का प्रकोप एक आपदा के रूप में हमारे सामने है। ऐसे समय में डेंगू वायरस से जंग में जन-जागरूकता के साथ ही रक्तदान करके पीड़ितों का जीवन बचाने की जिम्मेदारी प्रत्येक नागरिक की है। इसी उद्देश्य के दृष्टिगत इस रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है।
विशिष्ट अतिथि डेंगू कंट्रोल रूम के नोडल ऑफीसर रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा ने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान करके पीड़ितों का जीवन बचाना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है परन्तु उनका निजी अनुभव है कि लोग अपने या परिजनों के लिए दूसरों से रक्त लेना तो चाहते हैं परंतु किसी अन्य व्यक्ति को जरूरत पड़ने पर न तो स्वयं , न ही परिवार के व्यक्ति से रक्तदान करवाना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में वक्त पर रक्त न मिल पाने पर अनेक लोग दम तोड़ देते हैं।अतः हमें अंधविश्वासों में न पड़कर, न केवल स्वैच्छिक रक्तदान करना चाहिए बल्कि अपने परिवार के सदस्यों व मित्रों को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। दूसरों का जीवन बचाना ही मानवता की सच्ची सेवा है। श्री वर्मा ने रक्तदान करने से स्वयं रक्तदाता को होने वाले अनेक फायदे भी गिनाए।
आई एम ए ब्लड बैंक अधिकारी डॉ० अनन्य त्रेहान ने कहा कि अनेक अप्रत्याशित वैज्ञानिक खोजों के बावजूद मानव रक्त का कोई विकल्प अभी तक वैज्ञानिक नहीं खोज पाये हैं। साथ ही किसी पशु – पक्षी का रक्त भी मानव को नहीं चढ़ाया जा सकता । बल्कि प्रत्येक मनुष्य का रक्त भी एक दूसरे को नहीं चढ़ाया जा सकता। ऐसे हालात में जब रक्त के हर ग्रुप की बेहद आवश्यकता है , प्रत्येक व्यक्ति का नैतिक दायित्व है कि वह स्वयं आगे आकर रक्तदान करने को तत्पर रहे।
समस्त रक्तदाताओं को जिला रेडक्रास सोसायटी की तरफ से रक्तदाता प्रमाण पत्र तथा ब्लड बैंक की तरफ से उपहार एवं रिफ्रेशमेंट प्रदान करके सम्मानित किया गया।
रक्तदान शिविर में वरिष्ठ एडवोकेट मुकेश महेंद्रू , एडवोकेट आर के गुप्ता, एडवोकेट अनिल बिष्ट, सुनीता रावत , श्रुतिका मित्तल, साक्षी शंकर,मो० आसिफ़ , मुसर्रत जहां, मेघना रावत, आराधना चतुर्वेदी, भीष्म कुमार , विवेक ठाकुर, निशित क्षेत्री,राजीव रोहिला, रचित कुमार प्रोफेसर संदीप तिवारी, रजत थलवाल, होम दत्त शर्मा, अरविंद सिंह राणा, शशांक पैन्यूली आदि अनेक अधिवक्ता तथा ब्लड बैंक टीम में स्टाफ ऋतु कैंथोला, तकनीशियन राजन तथा ज्योति क्षेत्री उपस्थित थे।*