Monday, June 2, 2025
  • Privacy Policy
  • Term & Condition
  • Contact
Uk Details
  • Home
  • ट्रेंडिंग
  • एक्सक्लूसिव
  • खुलासा
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • हेल्थ
  • हादसा
  • हाईकोर्ट न्यूज
  • अपराध
  • खेल
No Result
View All Result
Uk Details
Home Uncategorized

केदारनाथ आपदा की 11वीं बरसी पर विशेष, आपदा को भूलना हमारी ‘भूल’ तो नही!

June 16, 2024
in Uncategorized
0
केदारनाथ आपदा की 11वीं बरसी पर विशेष, आपदा को भूलना हमारी ‘भूल’ तो नही!
Share on FacebookShare on Whatsapp

Related posts

वीडियो : रूद्रप्रयाग मे गाड़ी के ऊपर गिरा पत्थर, चार लोग थे सवार

वीडियो : रूद्रप्रयाग मे गाड़ी के ऊपर गिरा पत्थर, चार लोग थे सवार

May 31, 2025
पंचायत चुनाव : 1 जून को समाप्त हो रहा प्रशासकों का कार्यकाल, क्या समय पर हो पाएंगे चुनाव!

पंचायत चुनाव ब्रेकिंग : जुलाई के अंत में हो सकते हैं पंचायत चुनाव, बोले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट

May 29, 2025

रिपोर्ट-कुुलदीप राणा आजाद

रूद्रप्रयाग। 16-17 जून 2013 का दिन उत्तराखंड के इतिहास में एक ऐसी तारीख के रूप में दर्ज हो चुकी है जो कि आगे कई सौ सालों तक अलग-अलग परिपेक्ष में याद किया जायेगा। 2013 की केदारनाथ आपदा को 16-17 जून को 11 वर्ष पूर्ण हो जायेंगे। लेकिन करीब एक दशक से अधिक समय में हम हिमालय से आई इस त्रासदी के मायनों को कितना समझ पाये, कितना उस पर अमल किया, यह समय उसी पर चिंतन करने का है। लेकिन वर्तमान हालातों से यह प्रतीत हो रहा कि हम उस आपदा को पुराना जख्म समझकर भूल गए हैं।
गाँधी सरोवर (चैरावाड़ी ताल) से आई भीषण प्रलयकारी बाढ़ की विभिषीका देखिए कि सरकारी आँकड़ों के मुताबिक 44 सौ से अधिक लोग केदारनाथ धाम और उसके निचले इलाकों में मारे गए। 991 लोग अलग-अलग इलाकों में मारे गए। जबकि आपदा के बाद 55 नर कंकाल सर्च आॅपरेशन में मिले थे। 11 हजार से अधिक मवेशियां इस आपदा की भेंट चढ़ी थी, वहीं 30 हजार लोग पुलिस टीमों ने तो 90 हजार पैरामिलिट्रिली फोर्स ने बचाये थे। 2141 मकानें पूरी तरह नेस्तनाबूत हो गई थी तो 100 से अधिक होटल पूरी तरह नष्ट हो गए थे। 2385 सड़कों को बुरी तरह नुकसान हुआ था वहीं 85 मोटर पुल व 172 छोड़े बड़े पुल बह गए थे। 9 राष्ट्रीय और 35 स्टेट हाईवे क्षतिग्रस्त हुए थे, जिससे 35 सौ से अधिक गांवों का सम्पर्क मुख्य धारा से कट गया था।
ये तमाम आंकड़े सरकारी हैं किन्तु इस आपदा के प्रत्यक्षदर्शी आज भी मानते हैं कि केदारनाथ और रामबाड़ा में मरने वालों की संख्या सरकारी आँकड़ों से कई ज्यादा थी। यह आपदा सदी की सबसे भीषणतम आपदाओं में मानी जा रही है।
वर्ष 2013 की आपदा के बाद उस आपदा के कारणों पर खूब चर्चायें हुई, खूब शोध हुए, चिंतन मंथन हुए और न जाने कितनी ही टीमें केदारनाथ और उसके पीछे चैरावाड़ी ताल का अध्ययन करने पहुँची। ग्लेश्यिरों के खिसकने, और गाँधी सरोवर चैरावाड़ी ताल के टूटने(फूटने) अथवा ओवर फॅलो होने के कारणों पर खूब रिपोर्ट तैयार हुई। सरकारों को सौंपी गई। अमूमन हर रिपोर्ट एक ही निष्कर्ष पर आके रूक रही थी कि इस आपदा के असल कारण हिमालयी क्षेत्रों में अत्याधिक मानवीय गतिविधियों व हस्तक्षेपों के साथ-साथ प्रकृति का निरंतर दोहन ही मूल कारण है। पहाड़ में विकास की अंधी दौड़ से पेड़ों के कटान और पैसा कमाने की भूख हिमालय तक पहुँच चुकी है जिसे हिमालय जैसा अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्र सहन नहीं कर पा रहा है और उसी का परिणाम 16-17 जून 2013 की त्रासदी है।
लेकिन दुर्भाग्य देखिए इन तमाम रिपोर्ट, अध्ययनों को दरकिनार कर सरकारों ने केदारनाथ की ब्रांडिंग करना आरम्भ कर दिया और तीर्थ के नाम पर पर्यटकों का मजमा यहां लगा दिया। यह हम मानते हैं कि आपदा के बाद छिन्न भिन्न हुई केदारपुरी को सँवारना नितांत आवश्यक था। वहाँ उचित रहने की व्यवस्थायें, केदारपुरी की सुरक्षा और आपदा से कंकरीट के ढेर में तब्दील केदारपुरी को एक नया स्वरूप देना ताकि केदारनाथ जाकर आपदा की यादें ताजी ना हो और उससे कोई भयभीत ना हो इसे ठीक करना समय की मांग थी। लेकिन सब कार्य प्रकृति के अनकूल हो इसका ध्यान रखा जाना चाहिए था। प्राकृतिक संसाधनों और वहाँ की जलवायु के अनुसार वहां का विकास होना था किन्तु सरकारों ने जिस बेशर्मी के साथ मास्टर प्लान के नाम पर पिछले 11 वर्षों में केदारनाथ धाम में ध्वनि प्रदूषण से लेकर वायु प्रदूषण और आध्ुनिक मशीनरी से वर्षभर इस संवेदनशील क्षेत्र मंे कार्य किया जा रहा है निश्चित ही यह नई आपदा को दस्तक दे रहा है। जबकि दूसरी तरफ केदारनाथ को दिल्ली मुम्बई जैसा शहर बनाना और वहां भौतिक सुख सुविधाओं के नाम पर हिमालय के अस्तित्व को ही संकट में डाला जा रहा है। आज केदारनाथ धाम में बड़ी-बड़ी जेसीबी और पौकलैण्ड मशीन से लेकर बड़े-बड़े डम्फर, ट्रक और थार कार तक धडल्ले से हिमालय की आबोहवा को प्रदूषित कर रही है। जबकि महाराष्ट्र गुजरात और अन्य प्रदेशों से आये अनेक तीर्थ यात्रियों के समूह केदारनाथ की परम्पराओं के विपरीत कानफोडू वा़द्य यंत्रों का उपयोग कर ध्वनि तरंगों से ग्लेश्यिरों के खिसकने का भय हर समय बना है। केदारनाथ और उसके बुग्यालों में बेतहाशा प्लास्टिक कचरा यहां के बुग्यालों को नष्ट भ्रष्ट कर रहा है तो ऐसा लग रहा है हम उस भीषण आपदा को भूल गए हैं और उस आपदा को भूलना ही हमारी सबसे बड़ी भूल लग रही है। स्थानीय हक-हकूकधारियों से लेकर सरकारों को गम्भीर होना पड़ेगा।

Tags: केदारनाथ
Previous Post

वीडियो : फिर विवादों में एम्स ऋषिकेश, डॉक्टर ने मारा महिला को थप्पड़, हुआ सस्पेंड

Next Post

बड़ी खबर : उत्तराखंड में भाजपा सहित कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों में बदलाव का काउंटडाउन शुरू

Next Post
बड़ी खबर : उत्तराखंड में भाजपा सहित कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों में बदलाव का काउंटडाउन शुरू

बड़ी खबर : उत्तराखंड में भाजपा सहित कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों में बदलाव का काउंटडाउन शुरू

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RECOMMENDED NEWS

हरिद्वार: उर्मिला सनावर से पुलिस करेगी पूछताछ, पूर्व भाजपा विधायक सुरेश राठौड़ से ब्लैकमेलिंग का आरोप

हरिद्वार: उर्मिला सनावर से पुलिस करेगी पूछताछ, पूर्व भाजपा विधायक सुरेश राठौड़ से ब्लैकमेलिंग का आरोप

7 months ago
ब्रेकिंग न्यूज : मिशन जिंदगी कामयाब,17वें दिन सभी 41 श्रमिक‌ आए  सुरंग से सकुशल बाहर, सीएम धामी ने दी सभी को बधाई ।

ब्रेकिंग न्यूज : मिशन जिंदगी कामयाब,17वें दिन सभी 41 श्रमिक‌ आए सुरंग से सकुशल बाहर, सीएम धामी ने दी सभी को बधाई ।

2 years ago
सावधान: चारधाम यात्रा के लिए ,STF ने बंद कराई हेलीसेवा टिकट बुक करने वाली फर्जी वेबसाइट

सावधान: चारधाम यात्रा के लिए ,STF ने बंद कराई हेलीसेवा टिकट बुक करने वाली फर्जी वेबसाइट

2 years ago
बड़ी खबर : जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में कैदी की मौत, पत्नी ने लगाए पुलिस पर आरोप

बड़ी खबर : जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में कैदी की मौत, पत्नी ने लगाए पुलिस पर आरोप

11 months ago

BROWSE BY CATEGORIES

  • Uncategorized
  • अपराध
  • एक्सक्लूसिव
  • खुलासा
  • खेल
  • ट्रेंडिंग
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • हाईकोर्ट न्यूज
  • हादसा
  • हेल्थ

POPULAR NEWS

  • खुशखबरी :- उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने खोला युवाओं के लिए नौकरीयों का पिटारा

    खुशखबरी :- उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने खोला युवाओं के लिए नौकरीयों का पिटारा

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • खुशखबरी : आउटसोर्सिंग के माध्यम द्वारा होने जा रही हैं उत्तराखंड में बड़ी भर्तियां

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • ब्रेकिंग : 2 अगस्त से आंदोलनरत अतिथि शिक्षकों के लिए बड़ी अपडेट , शिक्षा मंत्री से इन दो मांगों पर बनी सहमति

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • बिग ब्रेकिंग : विवादित मशरूम गर्ल दिव्या रावत गिरफ्तार

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • शर्मनाक: मानवता हुई शर्मसार

    0 shares
    Share 0 Tweet 0

Uk Details

Uk Details

Uk Details

News & Media Website

Uk Details is a News & Media Website .

Follow us on social media:

Recent News

  • रूद्रप्रयाग : महिलाओं ने डीएफओ और रेंजर को बंद किया पंचायती भवन में, ग्रामीणों की मांग शूट किया जाए गुलदार
  • दुखद : घर के भीतर सो रही महिला को घसीट कर ले गया गुलदार, मौत
  • दुखद  : नदी में नहाने गए दो युवक बहे, एक को SDRF ने बचाया, एक की मौत

Category

  • Uncategorized
  • अपराध
  • एक्सक्लूसिव
  • खुलासा
  • खेल
  • ट्रेंडिंग
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • हाईकोर्ट न्यूज
  • हादसा
  • हेल्थ

Recent News

रूद्रप्रयाग : महिलाओं ने डीएफओ और रेंजर को बंद किया पंचायती भवन में, ग्रामीणों की मांग शूट किया जाए गुलदार

रूद्रप्रयाग : महिलाओं ने डीएफओ और रेंजर को बंद किया पंचायती भवन में, ग्रामीणों की मांग शूट किया जाए गुलदार

June 2, 2025
दुखद : घर के भीतर सो रही महिला को घसीट कर ले गया गुलदार, मौत

दुखद : घर के भीतर सो रही महिला को घसीट कर ले गया गुलदार, मौत

June 2, 2025
  • Privacy Policy
  • Term & Condition
  • Contact

© 2025 JNews - Premium WordPress news & magazine theme by Jegtheme.

No Result
View All Result
  • Home
  • ट्रेंडिंग
  • एक्सक्लूसिव
  • खुलासा
  • राजनीति
  • शिक्षा
  • हेल्थ
  • हादसा
  • हाईकोर्ट न्यूज
  • अपराध
  • खेल

© 2025 JNews - Premium WordPress news & magazine theme by Jegtheme.