हरिद्वार। राजनीति एक ऐसा चक्रव्यूह है कि जहां कब क्या हो जाए कुब कहा नहीं जा सकता। कल तक हरिद्वार के जो लोग पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खासमखास थे, आज वही लोग अब हरीश रावत के प्रतिद्वंद्वी के साथ मिलकर हरीश रावत मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं।
दरअसल 25 अगस्त को पुलिस को वसीम कुरैशी उर्फ मोनू के गौ मांस ले जाने की सूचना मिलने पर पुलिस का गौ संरक्षण दल उसे पकड़ने की कोशिश करने लगा लेकिन वसीम तालाब में कूद गया, जिससे उसकी मौत हो गई। हरीश रावत सहित कांग्रेसियों ने इस घटना को लेकर प्रदर्शन किया।
अब मौका था हरिद्वार में हरीश रावत के कट्टर प्रतिद्वंद्वी और पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद की माधोपुर प्रकरण में प्रेस वार्ता का।
स्वामी यतीश्वरानंद ने आरोप लगाया कि हरीश रावत गोवध करने वालों का समर्थन कर रहे हैं और हरीश रावत सब गोवंश कटवा देंगे।
उनकी प्रेस वार्ता में बकायदा एक गाय भी लाई गई, जिसके गले में एक बैनर टांगा गया, जिस पर लिखा था ‘मुझे हरीश रावत से बचाओ।’
इस मौके पर भाजपाइयों ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की खूब मुर्दाबाद की। मुरादाबाद करने वालों में हरीश रावत के कभी खासमखास रहे राजेश रस्तोगी, पुरुषोत्तम शर्मा, स्वामी ऋषिश्वरानंद और सत्यनारायण शर्मा सरीखे रहनुमा भी शामिल थे। यह सभी कांग्रेसी कभी हरीश रावत के खास गणों के रूप में पहचाने जाते थे। राजेश रस्तोगी और ऋषिश्वरानंद को तो कभी हरीश रावत के गणेश और हनुमान की उपाधि मिली हुई थी। पुरुषोत्तम शर्मा हरीश रावत के ओएसडी भी रह चुके हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान इन लोगों ने हरीश रावत पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए हरीश रावत और कांग्रेस पार्टी दोनों का ही साथ छोड़ दिया था। अब हरीश रावत के यह गण उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी स्वामी यतीश्वरानंद की सेना का हिस्सा हैं।