उत्तरकाशी से एक और यूवती की रहस्यमई मौत का मामला सामने आ रहा है। यहां संगमचट्टी के पास कफनौल गांव के रिजार्ट में युवती की मौत के मामले को लेकर क्षेत्र वासियों में भारी आक्रोश है। कल से सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने अस्पताल में डेरा जमाया हुआ है। क्षेत्र वासियों में पोस्टमार्टम की रिपोर्ट को सार्वजनिक न करने के कारण यह आक्रोश बना हुआ है। उन्होंने आज जिला अस्पताल में सीओ और सीएमएस का घेराव कर उनके खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन और नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप है कि वह मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। यहां यह बताते चलें कि कफनौल रिजार्ट में काम करने वाली 19 वर्षीय युवती अमृता का शव संदिग्ध हालत में फंदे पर लटका हुआ मिला था। ग्रामीणों का कहना है कि उसके शव को हत्या के बाद लटकाया गया है। पुलिस ने कल किसी तरह ग्रामीणों को समझा बुझाकर कर शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। इसके बाद रात 8 बजे शव का पोस्टमार्टम किया गया लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट दोपहर तक भी परिजनों को नहीं सौंपी गई। अस्पताल के डॉक्टरों व पुलिस द्वारा भी परिजनों और क्षेत्र वासियों को कुछ नहीं बताया जा रहा है। उनका कहना है कि जब पोस्टमार्टम रात को हो गया था, तो फिर उसकी रिपोर्ट क्यों नहीं दी जा रही है। क्षेत्र वासियों ने पुलिस और अस्पताल पर तथ्यों को छुपाने का आरोप लगाते हुए दो टूक लफ्जों में बोल दिया है, कि जब तक उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दी जाएगी और यह नहीं बताया जाएगा कि अमृता की मौत किस वजह से हुई है, तथा जब तक उसके आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाएगी तब तक वह ना तो अमृता का शव लेकर जाएंगे और न ही उसका अंतिम संस्कार करेंगे। क्षेत्र वासियों का आरोप है कि अमृता की भी अंकिता की तरह हत्या की गई है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी की कार्यवाही और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। हालांकि पुलिस ने कल दो लोगों को हिरासत में ले लिय था, और उनसे कड़ी पूछताछ भी की गई थी। लेकिन पुलिस या जिला अस्पताल प्रशासन इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं दे रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या है, या पूछताछ में क्या कुछ सामने आया है। इसकी जानकारी ना मिलने से लोगों में भारी रोष है। स्थानीय नागरिक पुष्पा चौहान का कहना है कि अमृता की हत्या की गई है। पुलिस तथा अस्पताल प्रशासन द्वारा सत्य छिपाने का प्रयास किया जा रहा है। मौके पर गंगोत्री विधायक भी पहुंच गए हैं लेकिन क्षेत्रवासी किसी की बात मानने को तैयार नहीं है। उनका साफ कहना है कि जब तक पूरी जानकारी नहीं दी जाएगी तब तक शव को संस्कार नहीं करेंगे।