दो दिन पहले रूड़की के साउथ सिविल लाइन में भारी बारिश के चलते पानी पानी भर गया था।जिसकी निकासी के दौरान कानूनगो विजेंद्र कश्यप के साथ पार्षद सचिन चौधरी और उसके साथियों ने गाली गलौज और मारपीट की थी। अपने कर्मचारी साथी के साथ मारपीट से गुस्साये कर्मचारियों ने तुरंत सिविल लाइन कोतवाली पहुंचकर पार्षद और उसके साथियों के खिलाफ शिकायत कर मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देख कर तुरंत मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।
पुलिस पिछले कई दिनों से पार्षद व उसके साथियों की जोरशोर से तलाश कर रही थी, लेकिन वे पुलिस की आंखों में धूल झोंकते रहे। कर्मचारियों ने भी दो टूक लफ्जों में कह दिया था, कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी वे काम पर नहीं लौटेंगे। सूत्रों की माने तो राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण मारपीट करने के बाद भी पार्षद व उसके साथी खुलेआम घूम रहे थे। लेकिन पुलिस ने जैसे ही इनकी गिरफ्तारी के लिए शिकंजा कसा वैसे ही पार्षद और उसके साथी फरार हो गए थे। कल देर रात पुलिस को जैसे ही सूचना मिली कि कानूनगो पर हमला करने वाले पार्षद के तीन साथी कहीं भागने की फिराक में है तब पुलिस ने तुरंत ही घेराबंदी करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उन सभी से सख्ती से पूछताछ की जा रही है वही पार्षद के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस ने पार्षद की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वालों ₹25000 का इनाम देने की भी घोषणा कर दी है। पुलिस ने पार्षद के विरुद्ध गैर जमानती वारंट भी जारी कर दिया है। अब देखना यह है कि पार्षद कब तक पुलिस की आंखों में धूल झोंकता है और पुलिस कितनी तत्परता से उसको गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजती है।