उत्तराखंड भवन एवं अन्य श्रम निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की पूर्व सचिव दमयंती रावत को सस्पेंड किया जा गया है। श्रम विभाग ने दमयंती रावत को सस्पेंड करने की संस्तुति की है। शिक्षा सचिव रविनाथ रमन को श्रम सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने दमयंती रावत की फाइल भेजते हुए निलंबित करने को कहा है।
हरक रावत के श्रम मंत्री रहने के दौरान बनी थी बोर्ड की सचिव
दमयंती रावत पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप हैं। त्रिवेंद्र सरकार में हरक रावत के श्रम मंत्री थे। उनके श्रम मंत्री होने के दौरान ही दमयंती शिक्षा विभाग से प्रतिनियुक्ति पर बोर्ड की सचिव बनी थी। उनके सचिव बनने के बाद उनके कार्यकाल में बोर्ड की भूमिका हमेशा सवालों के घेरे में रही। बोर्ड पर एक के बाद एक घोटालों के आरोप लगे।
वित्तीय अनियमितताओं के हैं आरोप
दमयंती रावत के सचिव बनने के बाद बोर्ड पर हमेशा सवाल उठे। कभी कभी बोर्ड के 250 करोड़ से अधिक के खर्च पर सवाल उठे तो कभी साइकिल घोटाले के आरोप लगे। इतना ही नहीं बोर्ड ने बिना ईएसआई के सीधे ही कार्यदायी संस्था ब्रिज एंड रूफ को कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के नाम पर 20 करोड़ का बजट जारी कर दिया था।
आरोप के बाद जब विवाद बढ़ा तो विवाद को लेकर अपर सचिव वी षणमुगम की जांच समिति का गठन किया गया। समिति ने मामलों की जांच की। जिसके बाद अपनी रिपोर्ट सौंपी। इस रिपोर्ट में बोर्ड की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे।
इसके साथ ही कई लोगों पर कार्रवाई की संस्तुति भी की गई थी। हालांकि अब तक रिपोर्ट की संस्तुति पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। लेकिन अब सचिव श्रम आर मीनाक्षी सुंदरम ने दमयंती को निलंबित करने की सिफारिश की है।