उत्तराखंड में पिछले छह महीनों में सडक दुर्घटनाओं में 118 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, जिसमें सबसे ज्यादा सबसे ज्यादा 22 लोगों की मौत पिथौरागढ जिले में हुई।आपातकालीन परिचालन केन्द्र सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में 15 जून से अद्यतन प्रदेश में सडक दुघर्टनाओं में मरने वालों की संख्या व घायलों की संख्या का ब्यौरा दिया गया। जिसके अनुसार पिथौरागढ में सडक दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या 22 और घायलों की संख्या 15 हैं। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में सडक दुघर्टनाओं में मरने वालों की संख्या 118 व घायलों की संख्या 277 अंकित की गयी है। जिनमें अल्मोडा में मरने वाले 5 व घायल 17, बागेश्वर में मृतक 3 घायल शून्य, चमोली में मरने वालों की संख्या 11 व घायल 33, चम्पावत में मरने की सूचना नहीं है जबकि 38 लोग घायल हुए हैं। इसके साथ ही राजधानी दून में सडक दुघर्टना में मरने वालों की संख्या 6 व 20 लोग घायल हुए, हरिद्वार में मरने वाले तीन व दो लोग घायल हुए हैं। इसके साथ ही पौडी में मरने वाले 10 व घायल 31, रूद्रप्रयाग मरने वाले 2 व घायल 7, टिहरी में मरने वाले 18 व घायल 40, उत्तरकाशी में भी मरनेवाले 18 व घायल 32 तथा नैनीताल पिथौरागढ के बाद दूसरा जनपद में जहां पर सडक दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 20 व 42 लोग घायल हुए बताये गये हैं। इसके अनुसार पूरे प्रदेश में सडक दुघर्टनाएं पिथौरागढ व नैनीताल में अधिक होती हैं। जिसकी रोकथाम होना जरूरी है। जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार को इसके लिए कुछ उपाय करने चाहिए ताकि अगले छह महीनों में इसमें कमी आ सके।