वन विभाग की आरक्षित जमीन को धोखाधड़ी से खरीद कर और उसमें लगे 25 पेड़ों को कटवाने के मामले में फंसे पूर्व डीजीपी सिद्धू की मुश्किलें अब और बढ़ने जा रही हैं।
शासन द्वारा इस मामले को सुलझाने के लिए डीआईजी लायन एंड आर्डर पी रेणुका देवी की अध्यक्षता में एक एसआईटी गठित कर दी गई है।एसपी सर्वेश पवार को विवेचक बनाया गया है।
पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू पर उनके कार्यकाल के अंतिम दिनों में वन विभाग की जमीन फर्जी तरीके से खरीदने तथा वहां लगे 25 पेड़ कटवाने का आरोप लगा था।
10 साल बीत जाने के बाद वन विभाग ने इस मामले को लेकर अक्टूबर 2022 में थाना राजपुर में एक मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार जैसी संगीन धाराएं लगाई गई थीं फिलहाल गृह सचिव ने अब इस मामले में डीआईजी लॉ एंड ऑर्डर पी रेणुका देवी की अध्यक्षता में एसआईटी गठित कर दी है, और एसपी सर्वेश पवार को विवेचना अधिकारी नियुक्त किया गया है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने कहा है कि पूर्व डीजीपी पर दर्ज 2 मुकदमों में जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है जिसमें डीआईजी लॉ एंड ऑर्डर एसपी और दो सब इंस्पेक्टर नियुक्त किए गए हैं।