राज्य के बहुचर्चित वनंतरा प्रकरण में शुक्रवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रीना नेगी की अदालत में दो गवाहों की गवाही करवाने पर यह बात सामने आई कि घटना वाली रात नौ बजे मृतका रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी आरोपित पुलकित आर्य के साथ स्कूटी पर बैठी थी । इस बात का खुलासा वन विभाग के चीला बैराज पशुलोक मार्ग के चेक पोस्ट पर तैनात कर्मी ने बताया कि उसको कोडिया गांव जाने की बात कही गई थी।
शुक्रवार को हुई इस गवाही से इस प्रकरण में आरोपित पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता की परेशानियां बढ़ गई हैं। विशेष अभियोजन अधिकारी अवनीश नेगी ने बताया कि मामले में गवाही देने पहुंचे वन विभाग के एक संविदा कर्मी द्वारा न्यायालय को पुलकित आर्य की शिनाख्त करते हुए बताया गया कि पिछले वर्ष सितंबर की रात नौ बजे पुलकित स्कूटी में सवार होकर चीला बैराज पशुलोक मार्ग चैक पोस्ट में पहुंचा उस समय स्कूटी में उसके साथ एक युवती भी बैठी हुई थी। पुलकित ने उन्हें बताया कि वह कौड़िया गांव के निवासी हैं। चेक पोस्ट कर्मी द्वारा बताया गया कि पुलकित ने उसे कोडिया गांव का निवासी बताया तथा स्कूटी के पीछे मोटरसाइकिल पर आ रहे दो लोगों ने भी कहा कि वो स्कूटी वालों के साथ हैं।
बचाव पक्ष के वकील अनुज पुंडीर व जीतेंद्र सिंह रावत ने भी इस गवाह से इस बाबत सवाल-जवाब किए। इसी बीच एक सवाल के जवाब में गवाह ने बताया कि स्कूटी पर बैठी युवती न तो शोर मचा रही थी और न ही चिल्ला रही थी। पुलिस की फोरेंसिक टीम की एक महिला सब इंस्पेक्टर ने भी शुक्रवार को अदालत में अपने बयान दर्ज कराए हैं। महिला उप निरीक्षक ने बताया कि 23 सितंबर को उन्होंने मृतका के कमरे का निरीक्षण किया था जहां तीन-चार दिन पुराना खाना रखा हुआ था।
बताया कि कमरे से चांस फिंगर प्रिंट लेने का भी प्रयास किया गया। परन्तु कोई चांस फिंगर प्रिंट नहीं मिला। आरोपित पुलकित के कमरे से सिम कार्ड, डेबिट कार्ड, मोबाइल फोन व कुछ स्वदेशी कंपनी की दवाएं बरामद हुई। विशेष अभियोजन अधिकारी अवनीश नेगी ने बताया कि मामले की अगली सुनवाई आठ सितंबर को होगी।