सरकार की सख्ती और विजिलेंस की तत्परता के बावजूद भी राज्य में अधिकारी घूसखोरी से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही मामला कुमाऊं मण्डल से सामने आ रहा है, जहां विजिलेंस की टीम के हाथ में एक बड़ी कामयाबी लगी है। यहां विजिलेंस ने एक पीसीएस अधिकारी जो लगातार रिश्वत की मांग करता रहा था और रिश्वत ना देने पर बिलों का भुगतान रोक दिया करता था को धर-दबोचा है।
मामला ऊधम सिंह नगर जिले का है जहां के जिला पंचायतीराज अधिकारी को विजिलेंस ने रिश्वत लेते रंगे हाथ रुद्रपुर से गिरफ्तार कर लिया है। जिला पंचायतीराज अधिकारी रमेश चंद्र त्रिपाठी को विजिलेंस की टीम ने रूदपुर से रंगे हाथ किया गिरफ्तार किया । बताया जा रहा है कि त्रिपाठी एक सप्लायर से बिल पेमेंट के बदले रिश्वत मांग कर रहे थे। कुमाऊं सेक्टर की विजिलेंस टीम ने उन्हें एक लाख रुपए की रिश्वत के साथ धर-दबोचा है। इसके साथ ही उनके घर की तलाशी लेते समू 20 लाख रुपए कैश भी बरामद किया है।
जाँच में जुटी विजिलेंस टीम
विजिलेंस इस हाई प्रोफाइल केस में बारीकी से
जांच करने के साथ-साथ पूछताछ में भी जुटी हुई है। गिरफ्तार किए गए जिला पंचायत अधिकारी रमेश चंद्र त्रिपाठी 2005 बैच के पीसीएस अधिकारी हैं।
एसपी विजिलेंस प्रह्लाद मीणा और सीओ अनिल मनराल के नेतृत्व में विजिलेंस की टीम ने इस भ्रष्ट अधिकारी को पकड़ा है।
टीम के अन्य सदस्य
- इंस्पेक्टर ललिता पांडे
- मनोहर सिंह दसौनी
- विजोर कुमार यादव
- हेम चन्द्र पांडे, हेड कांस्टेबल जगदीश सिंह बोहरा
- नवीन कुमार
- गिरीश चंद्र जोशी इस कार्यवाही का हिस्सा रहे।