यूं तो आबकारी विभाग समय-समय पर राजस्व वसूली के लिए नई नई नीतियां निकालते रहते हैं। इसी के चलते सचिव आबकारी हरिश्चंद्र सेमवाल ने जिला आबकारी अधिकारियों को दैनिक आधार पर चलने वाली दुकानों से कम राजस्व वसूली को लेकर नाराजगी जताई और चेताया की दैनिक आधार पर आवंटित होने वाली दुकानों का संचालन शत प्रतिशत राजस्व वसूली के हिसाब से किया जाए। ऐसा न करने वाले अधिकारियों के वेतन से शेष राजस्व राशि वसूली जाएगी। सेमवाल ने शेष 104 दुकाने जो आवंटन से रह गई हैं का आवंटन भी जिलाधिकारियों से समन्वय बनाकर करने के निर्देश दिए हैं।
सचिव सेमवाल ने सभी जिलाधिकारियों के साथ शराब की दुकानों के आवंटन के संबंध में बैठक की। इस दौरान यह बात भी सामने आई कि केवल चंपावत जिले में ही शत-प्रतिशत दुकानों का आवंटन हुआ है, शेष जिले में अभी दुकानों का आवंटन होना बाकी है जिन जिलों में दुकानों का आवंटन नहीं हुआ है वहां दैनिक आधार पर इनका संचालन किया जा रहा है। पर्वतीय जिलों में दैनिक आधार पर संचालन होने वाली दुकानों से अच्छा कारोबार होने के बावजूद भी कम राजस्व वसूला जा रहा है, जो कि चिंता का विषय है। यह बात भी सामने आएगी पर्यटन और यात्रा सीजन के चलते पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है, ऐसे में दैनिक आधार पर चलने वाली दुकानों से कम राजस्व लेने का औचित्य क्या है। सचिव ने यह भी कहा कि जिन दुकानों से पूरा राजस्व नहीं मिल रहा है उनको चलाने का औचित्य क्या है? उन्होंने अधिकारियों से कहा कि दैनिक आधार पर चलने वाली सभी दुकानों से 100% राजस्व वसूलना सुनिश्चित किया जाए।