हरिद्वार पुलिस ने ऑप्ररेशन स्माइल के तहत ह्यूमन ट्रैफिकिंग के एक बड़े गैंग का पर्दाफाश करते हुए गैंग के सरगना और एक महिला सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गैंग के सरगना की पत्नी व उसकी मुख्य सहयोगी मौका पाकर फरार हो गई है, जिसकी तलाश जारी है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो नाबालिग बच्चियों को जो सगी बहनें बतायी जा रही है को भी बरामद किया है। इन बच्चियों को प्रोस्टीट्यूशन के धंधे में उतारने की तैयारी थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल ने बताया कि “ऑपरेशन स्माइल” के तहत पुलिस को संजय नगर टिबडी स्थित एक मकान में संदिग्ध गतिविधियां होने की सूचना मिली थी। सूचना पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने आज सुबह 2 मासूम नाबालिग बच्चियों जिनकी उम्र क्रमशः 17 व 14 वर्ष है,को ह्यूमन ट्रैफिकिंग के धंधे में जाने से ठीक पहले बचाते हुए इस गोरखधंधे के मास्टरमाइंड व एक महिला तथा 4 दलालों को दबोचकर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गैंग के लीडर और उसकी पत्नी यहां किराए का कमरा लेकर रह रहे थे। पिछले कुछ दिनों से उन्होंने अपने साथ 2 नाबालिग लड़कियों को रखा हुआ था। पुलिस द्वारा की गई औचक छापेमारी में पता चला कि दोनों नाबालिग आपस में बहनें हैं और प्रयागराज की रहने वाली है।वह दोनों घर से भागकर दिल्ली आयी थी, जहां मुख्य आरोपी आलोक उन्हें नौकरी का झांसा देकर और अपने साथ टिबड़ी स्थित अपने कमरे पर ले आया। आरोपी दंपत्ति ने लड़कियों को धंधे के लिए तैयार रहने के लिए बोलकर हर रोज दस हजार रुपए देने की बात कही थी। पूछताछ में पता चला कि आरोपी आलोक की पत्नी कुछ दलालों से बातचीत कर सौदा फाइनल करने के लिए बाहर गयी हुई है। जिस पर पुलिस ने जाल बिछाते हुए आलोक को साथ लेकर सौदा करने आ रही दूसरी पार्टी की घेराबंदी शुरू की और चंडीघाट पुल के पास से सेंट्रो कार में सवार महिला आरोपी सहित लड़कियों का सौदा करने आए प्रवीण, रामकुमार, अनश व अनवर अंसारी को गिरफतार कर लिया। बताया जा रहा है कि पुलिस अब आलोक की फरार पत्नी की तलाश में जुटी हुई है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से की गई पूछताछ में प्रारम्भिक तौर पर प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी आलोक इस गिरोह को समय-समय पर लड़कियां और महिलाएं सप्लाई करता था, जिनको गिरोह सस्ते दाम में खरीद कर आगे महंगे दाम में बेच दिया करता था, या फिर पैसे लेकर उनकी शादी करवा देता था। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ पोक्सो सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं पुलिस द्वारा नाबालिक युवतियों के घर से सम्बन्धित थाने से सम्पर्क करने पर जानकारी मिली कि परिजनों की शिकायत पर प्रयागराज में गुमशुदगी दर्ज कर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दोनों बालिकाओं की तलाश की जा रही थी। सूचना मिलने पर बालिकाओं के परिजन भी हरिद्वार आ चुके हैं।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
- आलोक पुत्र सुरेश चंद्र शुक्ला निवासी फरुखाबाद
- प्रवीण पुत्र जय भगवान निवासी बिजनौर
- पूजा पत्नी सतीश सकलानी निवासी थापा गली निकट ग्रीन वैली स्कूल सेलाकुई देहरादून
- रामकुमार पुत्र भीम सिंह निवासी गाजियाबाद
- अनश पुत्र मेहबूब निवासी बिजनौर व अनवर अंसारी पुत्र सलीम अंसारी निवासी फरुखाबाद
आरोपियों के पास से पुलिस को सेंट्रो कार व छह मोबाइल भी बरामद हुए हैं।