उत्तराखंड के किसान खासकर सेब की बागवानी करने वाले किसान व्यापारियों से नाखुश दिखाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि पैकेजिंग के लिए डब्बा या पेंटी ₹60 की है जो की व्यापारी उनको ₹100 के हिसाब से दे रहे हैं।जो कि हमारे साथ अन्याय है और हमारा आर्थिक शोषण भी है। किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि बाहर के व्यापारियों को स्थानीय व्यापारी माल बेचने आने नहीं दे रहे हैं, और बाहर से सप्लाई भी खुद ही कर रहे हैं।
इसीलिए वह लोग मनमाने रेट पर हमें माल बेच रहे हैं और हम से अवैध रूप से आढत भी ली जा रही है। आज सेब का डब्बा डेढ़ सौ से ढाई रुपए में बिक रहा है इस युग में भी हम लोग बहुत पीछे चल रहे हैं। इसी बात से व्यथित आज कुछ किसान नैनीताल में जिलाधिकारी से मिल उनको इन सब समस्याओं से अवगत कराने के लिए जा रहे हैं। उन्होंने सभी किसान भाइयों से अनुरोध किया है कि अधिक से अधिक संख्या में नैनीताल पहुंचकर अपना समर्थन देकर अपनी बात जिलाधिकारी महोदय तक पहुंचाने का संकल्प लें ताकि हमारी बात, बात ना रहकर एक आंदोलन के रूप में सरकार के सामने प्रस्तुत हो सके। किसानों का कहना है कि समय से हमको हमारे अधिकार मिलें इसके लिए सभी किसानों को आवाज उठानी होगी ताकि हम अपनी बागवानी को बचा सकें।
किसानों का है कि वर्षों से उनका शोषण होता आया है जिसके कारण नयी पीढ़ी खेती किसानी से दूर हो रही है। किसानों का कहना है कि वह उद्यान विभाग से भी निवेदन करेंगे कि उनको पैकिंग बॉक्स और माल ढुलाई में अनुदान दिया जाए।