उत्तराखण्ड में नैनीताल के शत्रु सम्पत्ति से अतिक्रमण हटाने के लिए आज सवेरे जिला प्रशासन और भारी पुलिस बल पहुंच गया। खाली घरौंदों को नेस्तनाबूत करने के लिए दस जे.सी.बी.मशीनों और सैकड़ों श्रमिकों का सहारा लिया गया।
नैनीताल में चर्चित शत्रु सम्पत्ति से अतिक्रमणकारी कब्जेधारियों को हटाने के उच्च न्यायालय के आदेश के बाद शनिवार से अतिक्रमण हटाने का कार्य ज़हर हुआ। प्रशासन ने क्षेत्र को चार सेक्टरों में बांटकर मकान खाली करवाए। इसके लिए
नैनीताल के एस.डी.एम.राहुल साह, कोषया कुटोली के एस.डी.एम.पारितोष वर्मा, हलद्वानी की सिटी मैजिस्ट्रेट ऋचा सिंह और धारी के एस.डी.एम.योगेश मेहरा के नेतृत्व में सहायक सेक्टर मैजिस्ट्रेट और 10 विभागीय कर्मचारियों के साथ 25 मजदूर प्रत्येक सेक्टर में दिए गए हैं। अतिक्रमणकारियों ने शुक्रवार से ही अपना सामान समेटना शुरू कर दिया था। आज प्रशासन को भवन ध्वस्तीकरण करने के अलावा किसी गतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा। क्षेत्र में अकेली महिला माया देवी का दो रूम का सेट बन्द था जिससे एस डी एम ने बात कर टाला तुड़वाया और उनका सामान नगर पालिका के सपुर्द किया। क्षेत्र में लोगों ने तड़के सवेरे से खुद ही अपने अतिक्रमण हटाए, जबकि दस जे.सी.बी.मशीन सवेरे 9:30 बजे से ध्वस्तीकरण कार्य मे जुट गई थी। लोग, मेहनत से बनाए अपने घरौंदों को असहाय टूटता देखते रहे।
प्रशासन ने माना कि न्यायालय के आदेशों के क्रम में कब्जेदारों ने सम्मान करते हुए खुद ही उक्त स्थान को छोड़ दिया।