उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है।यहां के एक प्राइवेट स्कूल का वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह एक प्राइवेट स्कूल में क्लास टीचर एक बच्चे को दूसरे बच्चों से पिटवा रही है। पीटने वाला बच्चा मुस्लिम है
बताया जा रहा है कि मंसूरपुर के गांव खुब्बापुर में रविंद्र कुमार और उसकी पत्नी तृप्ता गुप्ता ने नेहा पब्लिक स्कूल के नाम से एक स्कूल संचालित किया हुआ है। गांव के ही निवासी इरशाद का आठ वर्ष का बेटा अलतमश इसी स्कूल में दो वर्ष से पढ़ाई कर रहा है और इस वक्त वह LKG में पढ़ता है। शुक्रवार दोपहर को इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो के वायरल होने पर स्कूल व शिक्षिका की कार्यप्रणाली चर्चा का विषय बनी हुई है।
आठ साल के अलतमश को पिटवाया
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि टीचर क्लास में एक बच्चे को बाकी बच्चों से थप्पड़ लगवा रही है। कई बच्चे बारी-बारी से उठकर आते हैं और उस बच्चे को थप्पड़ मारते हैं। इतना ही नहीं टीचर बाकी बच्चों से यहां तक कह रही है, कि थप्पड़ जोर से क्यों नहीं मार रहे हो।
मासूम बच्चों के मन में भेदभाव का ज़हर घोलना, स्कूल जैसे पवित्र स्थान को नफ़रत का बाज़ार बनाना – एक शिक्षक देश के लिए इससे बुरा कुछ नहीं कर सकता।
इस मामले को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह “बीजेपी का फैलाया वही केरोसिन है जिसने भारत के कोने-कोने में आग लगा रखी है. बच्चे भारत का भविष्य हैं- उनको नफरत नहीं, हम सबको मिल कर मोहब्बत सिखानी है।
बताया जा रहा है कि बच्चे के पिता ने उसको स्कूल से निकलवाने का फैसला कर लिया है। उन्होंने आगे कहा कि मैं टीचर के खिलाफ पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं करना चाहता हूं।हमने जो फीस चुकाई है बस वो हमको वापस कर दी जाए ताकि बच्चे को किसी और स्कूल में दाखिला दिलवा सकूं।मैं नहीं चाहता कि मुझे बार-बार पुलिस बुलाए या कोर्ट में बुलाया जाए मैं इन सब पचड़े में नहीं पड़ना चाहता हूं।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बच्चे की पिटाई का वीडियो शेयर करते हुए यूपी की योगी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने एनएचआरसी और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष को भी तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा है।
कार्यवाही के निर्देश
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा, “उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक शिक्षिका की ओर से कक्षा में बच्चे को अन्य बच्चों से पिटवाये जाने की घटना उनके संज्ञान में आई है। जिसके चलते संबंधित के खिलाफ जांचोपरांत कार्रवाई के लिए निर्देश जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि सभी से निवेदन है कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए बच्चे का वीडियो शेयर न करें।
प्रियंक कानूनगो ने असदुद्दीन ओवैसी को जवाब देते हुए कहा, “इस घटना को लेकर कार्रवाई की जा रही है और इसकी सूचना भी दी गई है। आपसे अनुरोध है कि सोशल मीडिया पर बच्चों के वीडियो प्रसारित न करें। ये पीड़ित बच्चे की निजता और बाकी बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है। आशा है आप इसे अन्यथा नहीं लेंगे और सहृदयता दिखाते हुए अनुरोध स्वीकार करते हुए वीडियो डिलीट करने की कृपा करेंगे। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं बच्चे को न्याय दिलवाने के लिए हूं और NCPCR बच्चों की लड़ाई पूरी मुश्तैदी से लड़ेगा”।
मुजफ्फरनगर पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत ने कहा, “वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की गई। जांच में पाया गया कि यह वीडियो मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव का है।इसमें एक महिला अपने घर पर ही स्कूल संचालित कर रही थी, इसी स्कूल की कक्षा का यह वीडियो है।
इसी बीच मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी के निर्देश पर मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्बापुर गांव में छात्र की पिटाई के मामले में नेहा पब्लिक स्कूल की टीचर के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।