साल 2023 का पहला चंद्रग्रहण आज यानी 5 मई को दिखाई देगा। यह एक पेम्बल चंद्र ग्रहण होगा। यानी कि चांद पर पृथ्वी की सबसे बाहरी हल्की छाया पड़ेगी। यह ग्रहण पारंपरिक चंद्र ग्रहण से अलग होगा, जिसमें चंद्रमा पृथ्वी के उम्ब्रा से होकर गुजरता है। उम्ब्रा में चांद पर पृथ्वी की सबसे घनी छाया पड़ती है। यह चंद्र ग्रहण 4 घंटे 17 मिनट और 31 सेकंड तक चलेगा। आज तीन खगोलीय पिंड सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी लाइन में आ जाएंगे।
आसमान साफ रहा तो ग्रहण भारत में भी देखने को मिलेगा। सूर्य ग्रहण को देखने के लिए आपको आंखों की सुरक्षा के लिए विशेष चश्मे पहनने की जरूरत पड़ती हैं। लेकिन चंद्र ग्रहण के लिए ऐसी किसी चीज की जरूरत नहीं होती है। चंद्र ग्रहण देखने के लिए सिर्फ दो चीजें होनी चाहिए। पहला आप पृथ्वी के जिस हिस्से में हों वहां चंद्र और दूसरा कि आसमान साफ होना चाहिए। पृथ्वी जब चांद और सूर्य के बीच आ जाती है तब चंद्र ग्रहण लगता है। इस दौरान पृथ्वी की छाया चांद पर पड़ती है।
भारत में चंद्र ग्रहण 5 मई को 8.44 pm से शुरू होगा। पूरे चांद पर ग्रहण 10.52 पर लग जाएगा। इसके बाद ग्रहण धीरे-धीरे खत्म होने लगेगा। 6 मई को 1.1am पर चंद्र ग्रहण पूरी तरह खत्म हो जाएगा। चंद्र ग्रहण से पहले 20 अप्रैल को सूर्य ग्रहण भी देखने को मिला था। इस साल दो और ग्रहण होंगे। साल 2023 में 14 अक्टूबर को एक सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा। वहीं 28-29 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण लगेगा। साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण उम्ब्रा होगा।
भारत समेत दुनिया के कई हिस्सों में भी यह देखने को मिलेगा। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अफ्रीका के पूर्वी आधे हिस्से के साथ एशिया के ज्यादातर हिस्सों में यह चंद्र ग्रहण दिखेगा। चंद्र ग्रहण के अगर प्रकार की बात करें तो यह तीन प्रकार के होते हैं। पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण, दूसरा अर्ध चंद्र ग्रहण और तीसरा पेनुम्ब्रल चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण में कुछ समय के लिए पूरा चांद पृथ्वी की छाया से ढक जाता है।