मामला ऋषिकेश के विस्थापित कॉलोनी लक्कड़ घाट रोड श्यामपुर क्षेत्र का है। जहां की निवासी सुप्रिया बिष्ट 24 तारीख को अपने परिवार के साथ गंगोत्री उत्तरकाशी घूमने के लिए गई हुई थी। 25 तारीख को उनकी सहेली द्वारा उन्हें फोन पर सूचना दी गई कि उनके घर के ताले टूटे हुए हैं। जब उन्हें वापस आकर देखा तो घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था। चोरों ने उनके घर से उनके और उनकी बहन के सोने के और हीरे के जेवर तथा ₹5000 उड़ा लिए थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी।
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि जांच के दौरान विक्रान्ता बाइक पर सवार दो संदिग्धों द्वारा वारदात को अंजाम दिया जाना सामने आया। पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि घटना में जिस विक्रान्ता बाइक का इस्तेमाल किया गया था ऐसी ही एक विक्रान्ता बाइक पूर्व में चोरी के आरोप में पकड़े गये एक युवक के पास भी है, जो बहादराबाद जनपद हरिद्वार का रहने वाला है। पुलिस टीम द्वारा बहादराबाद में जाकर संदिग्ध के सम्बन्ध में गोपनीय रूप से जानकारी एकत्रित करते 11 जुलाई को सूचना पर ग्राम बौला ,बहादराबाद जनपद हरिद्वार के पास से दो लोगों को घटना से चुराए गए 12 लाख रूपये के गहने और घटना को अंजाम देने के लिए प्रयोग की गई विक्रांता मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए दोनों के नाम किरनपाल उर्फ रिकूं पुत्र घसीटाराम निवासी मौहल्ला कडच्छ ज्वालापुर, विजेन्द्र पुत्र जातिराम निवासी ग्राम सलोनीपीर माजरा थाना देवबन्द जिला सहारनपुर उत्तरप्रदेश हाल निवासी महादेवपुरम बहादराबाद है। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया कि हम दोनो नशे के आदी हैं और कोई काम धन्धा नहीं होने से चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अपने नशे व अन्य जरूरतों को पूरा करने के मामले में उनको विजेंद्र की हत्या करने के आरोप में आजीवन कारावास की सजा हो रखी है। इस समय वह जमानत पर बाहर आया हुआ है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।