उत्तराखंड भाजपा के सांसद और मंत्री लगातार दिल्ली दौरे पर हैं। अभी हाल ही में हरिद्वार सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अलग -अलग समय मे मोदी दरबार में हाजिरी लगाई और यह सिलसिला बदस्तूर जारी है। सूत्रों की माने तो भाजपा का एक धड़ा कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत को सीएम बनाने की पैरवी कर रहा है तो कांग्रेस से बगावत कर भाजपा मे आए विधायकों की भी महत्वाकांक्षाएं परवान चढ़ने लगी हैं। इसी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं दिग्गज कांग्रेसी नेता हरीश रावत ने एक सनसनीखेज दावा किया है।
क्या लिखा हरीश रावत ने
हरीश रावत ने सोशल मीडिया में लिखी एक पोस्ट में दावा किया है कि उत्तराखंड बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हरदा ने दावा किया है कि बीजेपी में कुछ ऐसी खिचड़ी पक रही है जो सरकार के लिहाज से शुभ संकेत नहीं है। हरीश रावत सोशल मीडिया में पोस्ट डाल कर लिखा है कि “बहुत दिनों बाद दिल्ली आया तो सेंट्रल हॉल में अपने पुराने दोस्तों को खोजने चला गया, पत्रकार भी मिल जाते हैं और राजनीतिक कलाकार भी मिल जाते हैं, तो काफी और टोस्ट का आनंद लेते मुझे बड़ी चौकाने वाली बात सुनाई दी। बोले भई तुम्हारे सांसदगण तो यहां बड़ा दबाव डाल रहे हैं और यह एक खग्गाड़ पुराने भाजपाई से सुनकर के मैं बड़ा चौंका।खैर आगे मैंने और कुरेदने की कोशिश की तो उन्होंने इधर-उधर बातें बहला दी। मैंने सोचा शायद इससे ज्यादा नहीं कहना चाहते, मैं इत्तेफाक से जो है प्रेस क्लब भी चला गया वहां बहुत सारे लोग मिले, कुछ हमारे पहाड़ी पत्रकार बंधु भी मिले जो आजकल भाजपा के गुणगान में लगे हुए हैं तो उनसे कुरेदते-कुरेदते पता चला कि कुछ उज्याडू़ बल्द अब यहां तक भाजपा में जम और रम गए हैं कि वह बड़ी तमन्नाएं रखने लग गए हैं तो मुझे दोनों जगह सूंघने पर लगा कि कुछ न कुछ है, अब क्या है भगवान जाने? और यूं भी नीचे परिवर्तन करते रहो और ऊपर जमे रहो, यह भाजपा का राजनीतिक मंत्र है।”
हरदा की इस पोस्ट से सत्ता के गलियारों में हलचल पैदा हो गई है। हरीश रावत ने बिना नाम लिए कांग्रेस के बागियों को ‘उज्याड़ू बल्द’ (दूसरों की फसल खाने वाला बैल) की संज्ञा दी है।
ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि कांग्रेस के बागियों में इतनी पकड़ किसकी है जो सीएम बनने-बनाने की हसरतें संजोए हुए है!