उज्जैन से एक दिलचस्प खबर सामने आ रही है मामला सनी देओल की गदर -2 पिक्चर से जुड़ा हुआ है। उज्जेन में एक व्यक्ति सनी देओल का बहुत बड़ा फैन था। वह व्यक्ति देशभर में धमाल मचाते हुए थिएटरों में हाउसफुल चल रही गदर – 2 फिल्म देखने से पहले ही उन्होंने दुनिया को छोड़ दिया। उनके बेटे ने सनी देओल के प्रशंसक रहे अपने पिता की आखिरी इच्छा को पूरी करने के लिए पूरे गांव के लोगों को गदर-2 फिल्म दिखाने के लिए ₹60000 खर्च करके पूरा सिनेमा हॉल ही बुक करा दिया। फिल्म देखने के लिए गांव से काफिले की तरह बेटा आगे DJ के साथ और पीछे ट्रैक्टर और बाइक में लोग सिनेमा हॉल तक पहुंचे।
11 अगस्त को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हुई सनी देओल और अमीषा पटेल की फिल्म गदर-2 बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाते हुए अपनी सफलता के झंडे गाड़ रही है। उज्जैन जिले की घटिया तहसील क्षेत्र के गांव बकानिया के रहने वाले लक्ष्मी नारायण ग़दर – 2 फिल्म के अभिनेता सनी देओल के बहुत बड़े फैन थे। जिस समय सनी देओल की ग़दर एक प्रेम कथा फिल्म आई थी। तो उसे देखने के बाद लक्ष्मी नारायण भी तारा सिंह के गेट अप में रहने लगे थे और वह रोजाना गांव के किसी एक व्यक्ति को साथ ले जाकर इस फिल्म को देखने के लिए जाते थे। बाद उन्होंने एक टीवी और वीसीआर गांव के मंदिर में ही लगवा दिया था, जहां लोगों को रोजाना गदर फिल्म देखने का मौका मिलता था। इसी के चलते गांव के लोगों ने लक्ष्मी नारायण का नाम गदर सेठ रख दिया था। जबसे फिल्म के सीक्वेल का ऐलान हुआ था तभी से
लक्ष्मी नारायण को ग़दर -2 फिल्म के रिलीज होने का इंतजार था। लेकिन दुर्भाग्य से फिल्म के रिलीज होने से पहले ही उनकी मौत हो गई। लक्ष्मी नारायण यानी गदर सेठ की इच्छा थी कि वह ग़दर – 2 फिल्म रिलीज होते ही पूरे गांव को यह फिल्म दिखाने के लिए ले जाएगा।
पिता की मौत के बाद उनके श्रवण कुमार रुपी बेटे धर्मेंद्र ने पिता की आखिरी इच्छा को पूरा करने के लिए ₹60000 खर्च करके पूरा सिनेमा हॉल ही गांव वालों को पिक्चर दिखाने के लिए बुक करा लिया। बेटे द्वारा अपने पिता की बरसी पर उनकी इच्छा पूर्ति के लिए किए गए इस काम की पूरे गांव में भूरी- भूरी प्रशंसा हो रही है।