यूं तो देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं और पैसा पानी की तरह बाय जा रहा है लेकिन यह सब खोखली बातें नजर आती हैं जिसका मंजर हम आपको दिखाते हैं।
देहरादून की चकराता रोड एक जाना माना नाम है। यहां का कनॉट प्लेस किसी समय देहरादून की भव्यता और शानको बढ़ाता था लेकिन आज जो मंजर यहां देखने को मिला उससे सिर शर्म से झुक जाता है कि हम स्मार्ट सिटी देहरादून में रह रहे हैं। यहां नगर निगम की गाड़ियां खुद अतिक्रमण कर प्रदूषण को फैलाकर लोगों की स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। यह रास्ता शहर के नामी गिरामी स्कूलों में जाने का रास्ता है जहां से रोज हजारों बच्चे, उच्च अधिकारी और यहां तक कि नेता प्रतिपक्ष और कई कैबिनेट मंत्री गुजरते हैं।
यूं तो नगर निगम गरीब ठेली वालो का तो चालान काटते रहते है ,मगर खुद के अतिक्रमण और प्रदूषण पर अनदेखी कर रहे है ।आश्चर्य तब होता है,जब एक इंच गाड़ी भी किसी की सफेद लाइन को पार करती है तो या तो गाड़ी उठा लेंगे या फिर क्लेम्प लगा देतें हैं। मगर नगर निगम देहरादून द्वारा किया जा रहा ये अतिक्रमण नगर निगम के उच्च अधिकारियों को नहीं दिख रहा है।
जिसकी तस्वीर RTI Club के सचिव सुरेंद्र सिंह थापा ने अपने कैमरे में कैद की हैं
नगर निगम को अपनी गाड़ियों द्वारा सड़क में कूड़ा फैला कर प्रदूषण किया जा है,जो लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है भी किसी को नजर नहीं आ रहा है। अक्सर इस अतिक्रमण की वजह से ही चौक में लम्बा जाम लग जाता है ,आखिर इनका चालान कौन काटेगा?, और कौन इन पर कार्रवाई करेगा यह एक यक्ष प्रश्न है?