मामला उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले का है जहां गाड़ी और ड्राइवरी को लेकर हुए झगड़े में पकड़कर चौकी पर लाये गये चार युवकों को छोड़ने के लिए पैसों की मांग की गई नहीं देने पर जेल भेजने की दी धमकी जिसकी खबर पुलिस अधीक्षक को मिलते ही उन्होंने तत्काल प्रभाव से चौकी इंचार्ज सहित तीन सिपाहियों को सस्पेंड करने के साथ-साथ चारों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार बेवर थाना क्षेत्र के नवीगंज चौकी क्षेत्र गांव के रहने वाले आदेश उर्फ पंछी कठेरिया का अपने पड़ोसी विनय कठेरिया के साथ गाड़ी और ड्राइवरी के मामले को लेकर झगड़ा हो गया था। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची चौकी पुलिस दोनों पक्षों के दो-दो लोगों को अपने साथ लेकर चौकी आ गई थी। पुलिस द्वारा यूट्यूब को छोड़ने आए परिजनों से पैसों की डिमांड की गई जब परिजन पैसे लेकर चौकी पहुंचे तो आप है कि पुलिस कारी की डिमांड ₹40हजार तक पहुंच गई। परिजनों ने इतनी अधिक पैसे देने में अपने असमर्थता दिखाई तो पुलिस वालों ने उसके भाई के कपड़े उतरवाकर वहां रखें बेल्ट और फट्टों से दोनों की जमकर धुनाई कर दी।इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए लड़ाई झगड़े की धाराओं में उनका चालान कर दिया। जमानत पर छुड़ाकर लाये गए युवकों के इस मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई। पुलिस अधीक्षक ने भ्रष्टाचार के इस मामले की जांच सीओ भोगांव सुनील कुमार से कराई और रिपोर्ट आने के बाद
पुलिस अधीक्षक के आदेश पर
- चौकी इंचार्ज आदेश भारद्वाज
- सिपाही करतार सिंह
- लोकेंद्र सिंह
- सुबोध कुमार तोमर
को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। भ्रष्टाचार के मामले में सस्पेंड किए गए चारों पुलिस कर्मियों के खिलाफ अब पुलिस अधीक्षक द्वारा विभागीय कार्रवाई करवाई जा रही है।