भीमताल की 13 नाली भूमि के फर्जीवाड़े में शामिल आरोपियों पर तहसीलदार नैनीताल को विधिक कार्रवाई के निर्देश
भीमताल पुलिस ने राजस्व विभाग के अधिकारियों की लिखित शिकायत पर भी अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया
फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने में भीमताल के ग्राम प्रधान पांडे गांव और अन्य प्रभावशाली लोगों के विरुद्ध कार्रवाई होना तय
भूमाफियाओं और उनके संरक्षकों में हड़कंप मचा
एफआईआर दर्ज होने से बचने के लिए धोखाधड़ी में शामिल आरोपियों ने प्रभावशाली लोगों की शरण ली
तहसील नैनीताल के ग्राम पांडे गांव की करोड़ों रुपए मूल्य की 13 नाली भूमि को फर्जी शपथपत्र एवं ग्राम पंचायत पांडे गांव के प्रधान के फर्जी प्रमाण-पत्र के आधार पर दिनांक 31 मई 2022 को तहसील(नैनीताल) के राजस्व अभिलेखों में दर्ज करने के मामले में जांच के उपरांत उपजिलाधिकारी नैनीताल प्रमोद कुमार द्वारा विधिक कार्रवाई करने के निर्देश तहसीलदार नैनीताल को दिए गए हैं । SDM (नैनीताल) के आदेश के बाद भी अभी तक तहसील नैनीताल की जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा पुलिस थाना भीमताल में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है ।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामपंचायत पांडेगांव के ग्रामप्रधान पूरनलाल के द्वारा भीमताल निवासी तारीराम और भुवनराम को मनोरथ का वारिस दर्शाकर फर्जी प्रमाण पत्र तहसील नैनीताल के राजस्व अधिकारियों को जारी किया गया तथा ग्राम पंचायत पांडेगांव के प्रधान की पद सरकारी मोहर का दुरुपयोग किया गया है तथा भीमकताल निवासी तारीराम और भुवन राम ने फर्जी शपथपत्र और फर्जी प्रार्थनापत्र तहसील नैनीताल के राजस्व अधिकारियों को प्रस्तुत करके तहसील नैनीताल के ग्राम पांडेगांव नगर पालिका क्षेत्र की 13 नाली भूमि को सरकारी राजस्व खाता/ खतौनी सरकारी अभिलेखों में दिनांक 31 में 2022 को दर्ज करवाने की कार्रवाई क्षेत्र के भूमाफियाओं के साथ मिलकर की गई ।
जिलाधिकारी नैनीताल के समक्ष भीमताल के सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियो के द्वारा मामले की शिकायत प्रमाण सहित की गई जिलाधिकारी नैनीताल के आदेश के बाद उपजिलाअधिकारी नैनीताल द्वारा नगर पालिका भीमताल की सीमा के अंतर्गत पांडे गांव क्षेत्र में करोड़ों रुपए मूल्य की 13 नाली बेनामी भूमि को उत्तराखंड सरकार के स्वामित्व में लेने की कार्रवाई करते हुए तारीराम और भुवनराम का नाम राजस्व अभिलेखों से निरस्त करने के आदेश पारित कर दिये गए । जिला प्रशासन की जांच में जालसाजी और धोखाधड़ी की पुष्टि होने के बाद भी तहसील नैनीताल के राजस्व निरीक्षक भीमताल के द्वारा जालसाजी और धोखाधड़ी की प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं कराके मामले को दबाने की कार्रवाई लगातार की जाती रही।
आखिरकार जिलाधिकारी नैनीताल के आदेश के बाद उपजिलाधिकारी नैनीताल द्वारा तहसीलदार नैनीताल को फर्जीवाडे के इस गंभीर मामले में विधिक कार्रवाई के आदेश दिए हैं उल्लेखनीय है कि भीमताल क्षेत्र के भूमि-माफियाओ और बिल्डरों के प्रभावशाली होने के कारण तहसील नैनीताल के राजस्व अधिकारियों द्वारा अभी तक पुलिस थाना भीमताल में एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है तथा उपजिलाधिकारी नैनीताल के आदेशों की भी स्पष्ट अवहेलना की जा रही है ।
पुलिस थाना भीमताल द्वारा प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं करने की शिकायत जिला अधिकारी नैनीताल के संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी नैनीताल के आदेश पर जिलाधिकारी नैनीताल कार्यालय के प्रभारी अधिकारी ने उप जिलाधिकारी नैनीताल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल को मामले की जांच करके जांच रिपोर्ट से अवगत कराने के निर्देश दिए हैं । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल द्वारा इस मामले की जांच जनपद नैनीताल के पुलिस अधीक्षक अपराध एवं यातायात के सुपुर्द कर दी है और पुलिस अधीक्षक अपराध एवं यातायात द्वारा इस मामले में शिकायतकर्ता की भी बयान दर्ज किया जा चुके हैं।
इस मामले में भीमताल पुलिस द्वारा भी प्रशासन की तहरीर को नजरअंदाज करके प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं करके मामले को लगातार दबाने की कार्रवाई की जा रही है क्योंकि इस मामले के तार प्रभावशाली लोगों और क्षेत्र के बड़े-बड़े बिल्डरों से जुड़े हैं।
यह प्रकरण वर्तमान में में चर्चा का विषय बना हुआ है।