चमोली। आगामी उपचुनाव को लेकर बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र में जन संवाद यात्रा पर निकले पत्रकार नवल खाली देश के प्रथम गांव नीति घाटी के मलारी पहुंचे। जहां जनता से संवाद करते हुए उन्होंने वहां की समस्याओं को जाना और समाधान की दिशा में भी आगे बढ़े।
मलारी की मिट्टी की पहचान पहुंचेगी विश्व स्तर पर। इस मिट्टी में पैदा उत्पादो की मिलनी चाहिए उचित कीमत
मलारी गांव पहुंचने पर जन संवाद के दौरान बुजुर्गों के अनुभवों और युवाओं के सुझाव लिए। मलारी की मिट्टी में उत्पादित होने वाली चीजों की महत्ता को समझा। वहां के स्थानीय बुजुर्गों ने बताया कि इस मिट्टी की कई खासियत हैं। घरेलू इलाज में हप्पू (टॉन्सिल) होने पर इसका लेप लगाया जाय तो तुरंत राहत मिलती है, वहीं जानवरो में होने वाले इन्फेक्शन खुरपका जैसे रोगों में भी इसका इस्तेमाल होता है। वहीं इस मिट्टी का बड़ा ही आध्यात्मिक महत्व भी है जो किसी भी शुभकार्य में इस्तेमाल की जाती है।
मलारी में बने कोल्ड स्टोर और हॉट बाजार पैसों की बर्बादी
स्थानीय बुजुर्ग और जड़ी बूटी और उद्यान पर शोधकर्ता और प्रवक्ता वचन सिंह ने बताया कि यहां बने कोल्ड स्टोर और हॉट बाजार पैसों की बर्बादी है, यह जनता के किसी काम के नहीं हैं। जनता से राय लेने के बाद ही इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए था। वहीं उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए बताया कि यहां एक बैडमिंटन कोर्ट बना हुआ है जो ऐसी जगह पर बना है जहां दिन भर तेज रफ्तार हवाएं चलती हैं । उन्होंने कहा कि यहां कि योजनाएं स्थानीय लोगों से संवाद के बाद ही बननी चाहिए। सेब के पौध वितरण सिस्टम पर भी उन्होंने सवाल उठाए उन्होंने कहा कि यहां के वातावरण और ऊंचाई को देखकर ही सेब की किस्मों की पौध का वितरण होना चाहिए।
नवल खाली ने कहा कि मलारी गांव आज जीवंत गांवों की श्रेणी में है। यहां के कर्मठ लोगों को खूब प्रोत्साहन मिलना चाहिए । इनके अनुभवों के आधार पर विभागों को योजनाएं बनानी चाहिए। नवल खाली ने कहा कि बद्रीनाथ विधानसभा में उनकी जन संवाद यात्रा निरंतर जारी है और वो जनता की समस्याओं को समझने के साथ साथ उनके निराकरण की दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं।
गमशाली पहुंचने पर समस्याएं सुनी और त्वरित समाधान भी किया।
जीवंत गांव गमशाली पहुंचने पर पूर्व प्रधान हुकुम सिंह मर्तोलिया, उप प्रधान नारायण सिंह रावत और स्थानीय महिलाओं से मुलाकात की समस्याओं को सुना। स्थानीय महिलाओं ने बताया कि उन्हे बीज और खाद नहीं मिल पा रहे हैं । जिसके बाद पत्रकार नवल खाली ने तत्काल उद्यान अधिकारी चमोली को फोन पर ये जानकारी दी और महिलाओं की बात सीधे अधिकारी से वार्ता करवाई जिसके बाद तुरंत ही उनकी समस्या का संज्ञान लेते हुए उद्यान अधिकारी ने बीज भिजवाने की बात कही।
उप प्रधान नारायण सिंह रावत ने बताया कि यहां सिंचाई गुलों की मरमत की जानी चाहिए और यहां पैदा होने वाले उत्पादों को ट्रांसपोर्ट की आवश्यकता है।
नवल खाली ने बताया कि वो जनता के बीच लगातार इसी तरह का संवाद जारी रखते हुए जन समस्याओं के समाधान की दिशा में आगे बढ़ेंगे।