देहरादून।
बीते 24 अगस्त को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड लौट चुके हैं। ऐसे में अब कैबिनेट का विस्तार होना तय है। आपके प्रिय न्यूज़ पोर्टल ‘उत्तराखंड डिटेल’ ने पूर्व में भी खबर प्रकाशित की थी कि पंचायत चुनाव के बाद तुरंत कैबिनेट का विस्तार होना तय है।
बता दें की राज्य कैबिनेट में पांच पद खाली चल रहे हैं। इनमें चार पद काफी लंबे समय से खाली हैं, जबकि एक पद पूर्व संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के त्यागपत्र के बाद खाली हुआ है।
उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार जल्द ही हो सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इसके संकेत दिए हैं। कैबिनेट विस्तार की चर्चाओं से मंत्री पद की दौड़ में शामिल विधायकों के अरमान फिर से जाग गए हैं।
राज्य कैबिनेट में पांच पद खाली चल रहे हैं। इनमें चार पद काफी लंबे समय से खाली हैं, जबकि एक पद पूर्व संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद खाली हुआ है। भाजपा के विधायक इन पदों के जल्द भरने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन कई बार की कसरत के बावजूद अभी तक मंत्रियों के खाली पदों को भरा नहीं जा सका है। भाजपा सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नई दिल्ली दौरे के दौरान उनकी कैबिनेट विस्तार को लेकर शीर्ष नेतृत्व से बातचीत हुई है।
माना जा रहा है कि शीर्ष नेतृत्व की हरी झंडी के बाद अब जल्द इस संदर्भ में निर्णय लिया जा सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी रविवार को इसके संकेत दिए थे। सीएम धामी ने कहा कि इस बाबत हाईकमान से बात चल रही है। वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कैबिनेट में खाली चल रहे पदों को भरने को लेकर लंबे समय से कवायद चल रही है, अब इन पदों को जल्द भरा जाएगा।
यह नाम है संभावित
कैबिनेट में जिन नए चेहरों को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं उनमें विधायक मुन्ना सिंह चौहान, खजान दास, मदन कौशिक, विनोद चमोली, प्रदीप बत्रा, विनोद कंडारी, भरत चौधरी, आशा नौटियाल, बिशन सिंह चुफाल, राम सिंह कैड़ा आदि समेत कुछ अन्य नाम शामिल हैं।