ऋषिकेश इंदिरा नगर निवासी धर्मवीर सिंह का लैबराडोर कुत्ता जानवरों से आपसी लड़ाई में घायल हो गया था, जिस कारण उसके कान पर गहरे घाव बन चुके थे। कुत्ते को इलाज के लिए उसके मालिक धर्मवीर बलूड़ी उसे इलाज के लिए देहरादून रोड स्थित पशु चिकित्सालय ले गए।
जहां पशु चिकित्सक डॉ अमित वर्मा अस्पताल में मौजूद नहीं थे, तो निर्देशानुसार उन्होंने चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को कुत्ते का इलाज का जिम्मा सौंप दिया।
अनाड़ी अनपढ़ चपरासी ने उनके पालतू कुत्ते को आज चार अलग-अलग इंजेक्शन लगा दिए, कुछ ही देर बाद सोमवार आज दोपहर कुत्ते की मौत हो गई।
कुत्ते के परिजनों ने उसे अपने घर के सदस्य की तरह पाला है, जिसको की अब दफना दिया गया है।
वहीं मामला अब पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा के पास भी पहुंच चुका है, इसके बाद आरोपी पशु अस्पताल का आरोपी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी फरार है।
कुत्ते के स्वामी धर्मवीर सिंह ने बताया है कि ऐसा कुकृत्य मेरे कुत्ते के साथ हुआ है, आगे किसी पालतू जानवर के साथ ऐसा ना हो, इसको लेकर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी से भी संपर्क किया जा रहा है।
उन्होंने आरोपी चिकित्सक और चपरासी पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। वहीं नगर निगम पार्षद राजेन्द्र प्रेम सिंह बिष्ट ने बताया है कि मंगलवार को पशु चिकित्सक से वार्ता की जाएगी।









