देहरादून। पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे बेरोजगारों ने भाजपा नेता गीताराम गौड़ के नेतृत्व में उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आने वाली पुलिस भर्ती में अभ्यर्थियों को भर्ती के दौरान उम्र में छूट देने की मांग की है। बेरोजगारों का कहना है कि वर्ष 2014 में उत्तराखंड पुलिस कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया करायी गई थी। उसके 8 वर्षों के बाद उत्तराखण्ड पुलिस कॉस्टेबल भर्ती प्रक्रिया की विज्ञप्ति वर्ष 2021-22 में जारी हुई थी, जिसमें आयु सीमा सामान्य वर्ग में 18 से 23 वर्ष निर्धारित की गई थी। जिस कारण उत्तराखंड के हजारों युवा, जो सात-आठ वर्षों से भर्ती की तैयारी कर रहे थे, उन्हें इस भर्ती प्रक्रिया में उम्र सीमा अधिक होने के कारण प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त नहीं हो सका।
यह प्रकरण वर्ष 2021-22 में प्रदेश के मुख्यमंत्री के संज्ञान में भी लाया गया था, मुख्यमंत्री द्वारा तब हजारों युवाओं को आश्वासन दिया गया था कि आगामी उत्तराखंड पुलिस कास्टेबल भर्ती प्रक्रिया में आयु सीमा में छूट दी जायेगी। आगामी उत्तराखंड पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा आयोग द्वारा प्रस्तावित है। जिस पर कुछ माह के पश्चात विज्ञापन जारी होना है, किंतु इस भर्ती प्रक्रिया में भी आयु सीमा 18 से 22 वर्ष है। जिस कारण इस भर्ती प्रक्रिया में भी हजारों युवा को उम्र सीमा अधिक होने के कारण प्रतिभाग नहीं कर पायेंगे।
भर्ती की तैयारी कर रहे हजारों युवा, जो 8 वर्ष पूर्व उत्तराखंड पुलिस कांस्टेबल भर्ती में आयु सीमा अधिक होने के कारण वंचित रह गए थे। सभी युवाओं ने सीएम से भर्ती परीक्षा में उम्र की छूट देने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में भाजपा पूर्व महामंत्री एवं प्रदेश प्रशिक्षण प्रभारी गीता राम गौड़, रमेश पंवार, कु० ममता, शिवानी, अशोक, प्रमोद, अक्षय, सुमित आदि बेरोजगार शामिल थे।