जिला पंचायत चुनाव के नतीजे गुरुवार को आए हैं ।जिनमें भाजपा ने 12 में से 10 जिलों में जीत दर्ज कर अपना परचम लहरा दिया। हालांकि नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष और अन्य पदों पर कश्मकश झगड़े और गोलीकांड के चलते हाईकोर्ट ने पुनर्मतदान के आदेश दिए हैं। दून जिला पंचायत अध्यक्ष सीट कांग्रेस के हाथ लगी, जबकि भाजपा ने 10 जिलों में विजय प्राप्त की।
गुरुवार सुबह नैनीताल के बेतालघाट में चली गोलीबारी और मतदाताओं के कथित अपहरण के आरोपों ने चुनावी माहौल गरमा दिया। कांग्रेस ने भाजपा और पुलिस-प्रशासन पर मतदाताओं को अगवा करने का आरोप लगाया, जबकि भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर ही ऐसा करने का आरोप लगाकर रिपोर्ट दर्ज करवाई। कई सदस्य मतदान के दौरान गायब रहे, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ।
कांग्रेस की अपील पर हाईकोर्ट ने गुरुवार को ही मामले की सुनवाई कर नैनीताल में दोबारा मतदान कराने और अपहरण के समय ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के आदेश दिए। अगली सुनवाई सोमवार को होगी, जिसमें स्थिति स्पष्ट होगी।
अंतिम परिणाम
भाजपा ने रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चमोली, पौड़ी, अल्मोड़ा में जीत हासिल की, जबकि उत्तरकाशी, चंपावत, टिहरी, पिथौरागढ़ और ऊधम सिंह नगर में उसके प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध जीत चुके थे। पौड़ी से रचना बुटोला, पिथौरागढ़ से जितेंद्र प्रसाद, बागेश्वर से शोभा आर्य, अल्मोड़ा से हेमा गैड़ा, चंपावत से आनंद सिंह अधिकारी, यूएस नगर से अजय मौर्या, उत्तरकाशी से रमेश चौहान, चमोली से दौलत सिंह बिष्ट, रुद्रप्रयाग से पूनम कठैत और टिहरी से इशिता सजवाण ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद जीते।
दून में कांग्रेस की जीत
देहरादून जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कांग्रेस की अधिकृत प्रत्याशी सुखविंदर कौर ने 30 में से 17 वोट पाकर जीत हासिल की। उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस के प्रीतम सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह ने 18 वोट हासिल कर जीत दर्ज की।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में मिली जीत पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त किया और इसे जन विश्वास की जीत बताया।