ऋषिकेश। लंबे समय से उत्तराखंड की राजनीति में सक्रिय पूर्व राज्य मंत्री भगत राम कोठारी भी प्रेमचंद अग्रवाल के पहाड़ियों के खिलाफ दिए गए बयान से नाराज हैं।
उनका कहना है कि उत्तराखंड में रह रहा हर व्यक्ति उत्तराखंडी है।
भेदभाव की राजनीति कर रहे प्रेमचंद अग्रवाल को इस प्रकार के बयान नहीं देने चाहिए।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भगत राम कोठारी ने कहा कि जब प्रदेश के वित्त मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल पहाड़ को सदन में गाली दे रहे थे, उस वक्त खुद को उत्तराखंडी कहने वाला वैश्य समाज कहां था। उस वक्त उन्होंने मंत्री के बयान की निंदा क्यों नहीं की। बयान को लेकर आंदोलन कर रहे उत्तराखंडियों के साथ खड़े क्यों नहीं हुए।
आयोजित पत्रकार वार्ता में राज्य आंदोलनकारी भगत राम कोठारी ने कहा कि उत्तराखंड में रहने वाला हर व्यक्ति उत्तराखंडी है। इसलिए यहां दुख-दर्द भी उसका होना चाहिए। अगर कोई उसके प्रदेश को गाली दे रहा है तो उसे इसका विरोध भी करना चाहिए, लेकिन एक तरफ वैश्य समाज अपने आप को उत्तराखंडी कह रहा है, मगर जब उसके ही समाज का व्यक्ति उसके राज्य को गाली दे रहा है तो इसका विरोध क्यों नहीं किया जा रहा, यह कैसे उत्तराखंडी है। भगत
पूर्व राज्य मंत्री कोठारी ने कहा कि जिस वक्त वित्त मंत्री ने उत्तराखंड को गाली दी थी उसी वक्त वैश्य समाज को भी इसका विरोध करना चाहिए था। साथ ही जो को लेकर लोग वित्त मंत्री को हटाने की मांग आंदोलन कर रहे हैं उनके साथ खड़ा होना चाहिए था, लेकिन कोतवाली में जिस प्रकार वैश्य समाज ने अपने लिए एकता का परिचय दिया ठीक उसी प्रकार वित्त मंत्री के गलत बयानबाजी पर उत्तराखंड के लिए एकता का परिचय देकर इसका कड़ा विरोध करना चाहिए था।
कोठारी ने कहा कि जब वित्त मंत्री ने प्रदेश को गाली दी थी उसी वक्त उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट से वित्त मंत्री को हटाने की मांग की थी। अगर उसी वक्त मंत्री को पद से हटा दिया गया होता तो यह विवाद वहीं खत्म हो जाता। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को शांति बनाई रखनी चाहिए। इसी में सबकी भलाई है।
उन्होंने सरकार से मांग करी है की प्रदेश को गाली देने वालों को माफ न किया जाए।