राजधानी देहरादून की सड़कों पर जाम लगना अब रोजाना की बात हो गई है। देहरादून आरटीओ में इस समय दस लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हैं। इसके साथ ही रोजाना लगभग 10000 से अधिक पर्यटक देहरादून वह मसूरी घूमने आते हैं, जिससे जाम की समस्या बन जाती है। इससे छुटकारे के लिए तरह-तरह के उपाय शासन प्रशासन द्वारा समय-समय पर किए जाते हैं।
इस स्थिति से निपटने के लिए एमडीडीए ने राजपुर रोड पर स्मार्ट स्ट्रीट पार्किंग की व्यवस्था शुरू की थी।इस काम को एमसीडी के तत्कालीन ट्रांसपोर्ट प्लानर जगमोहन सिंह ने बखूबी अंजाम तक पहुंचाया था। उस समय यह योजना भी थी कि स्मार्ट पार्किंग का विस्तार शहर की अन्य सड़कों पर भी जगह की उपलब्धता के अनुसार किया जाएगा। 5 साल बाद भी यह स्मार्ट पार्किंग राजपुर रोड से बाहर नहीं निकल पाई और पुरानी व्यवस्था भी लगभग दम तोड़ चुकी है।
स्मार्ट पार्किंग के लिए एमडीडीए ने घंटाघर से राजपुर रोड आरटीओ कार्यालय के बाहर तक दोनों तरफ स्थान चिन्हित किए थे। कार की पार्किंग के लिए लंबाई 5 मीटर और चौड़ाई ढाई मीटर की कलर मार्किंग की थी, दुपहिया वाहन के लिए लंबाई 2 मीटर और चौड़ाई 1. 8 मीटर का स्थान आरक्षित किया था। 500 -600 से अधिक वाहनों की पार्किंग के लिए इस रूट पर व्यवस्था बनाई गई थी। पार्किंग शुल्क थोड़ा अधिक था लेकिन सड़क के रिक्त स्थान पर व्यवस्थित पार्किंग होने लगी थी।
शहर की अन्य सड़कों जैसे इसी रोड हरिद्वार रोड, कचहरी के बाहर,सीएमआई चौक,के जीएमएस रोड,गांधी रोड पर कुछ जगह,सहारनपुर रोड पर कुछ जगह, हरिद्वार बायपास रोड,रायपुर रोड, सहस्त्रधारा रोड,लालपुल से कारगी चौक, हाथीबड़कला रोड, कौलागढ़ रोड पर भी इस तरह की पार्किंग की व्यवस्था करके जाम से छुटकारा पाया जाता है।