रामनगर। सीबीआई जांच के घेरे में रानीखेत विधायक प्रमोद नैनवाल की मुश्किल है बढ़ती जा रही हैं। भ्रष्टाचार के आरोप में प्रमोद नैनवाल पहले से ही घिरे थे, अब उनके भाई ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
माननीय पर उद्यान घोटाले में सीबीआई जांच पहले से चल रही है।
प्रमोद नैनवाल और उनके भाई सतीश नैनवाल अपनी दमंगई को लेकर लगातार सुर्खियों में रहे हैं।
रानीखेत विधायक डा. प्रमोद नैनवाल और भाई सतीश नैनवाल पर जमीन हड़पने का आरोप लगा है।
बीते दिन बेतालघाट निवासी नंदनी गोस्वामी पुत्री
गोविन्द गिरी निवासी ब्लॉक बेतालघाट,जिला नैनीताल द्वारा उत्तराखंड राज्य महिला आयोग, पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड शासन,राजस्व सचिव उत्तराखंड शासन और जिलाधिकारी नैनीताल को शिकायती पत्र देते हुए बताया है कि रानीखेत विधायक डा. प्रमोद नैनवाल और उसके भाई सतीश नैनवाल ने ग्राम सभा च्योनी,तोक खिला ,तहसील कोश्यांकुटोली,ब्लॉक बेतालघाट,जिला नैनीताल में उसके दिव्यांग पिता गोविंद गिरी पुत्र शेर गिरी की 20 नाली 10 मुट्ठी जमीन(0.412 है०) को जबरन तार बाड़,सोलर फेंसिंग के द्वारा घेर लिया गया है। पीड़ित परिवार ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रमोद नैनवाल द्वारा उनकी निजी भूमि में बिना अनुमति के जेसीबी चलाकर हमारी जमीन में उपस्थित 15 से अधिक चीड़ तथा बांज के पेड़ भी काट दिए गए और उनकी जमीन में सेब का बगीचा लगाने का कार्य करवा रहा है।
पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्होने अनेक बार प्रमोद नैनवाल से आग्रह कर अपने हिस्से की जमीन से अतिक्रमण हटाने का निवेदन किया था, लेकिन विधायक के भाई सतीश नैनवाल ने जमीन के मालिक गोविंद गिरी को ही जान से मारने की धमकी दे डाली जिसके बाद पूरा परिवार अत्यंत भयभीत है।
प्रार्थी ने शिकायती पत्र के माध्यम से राजस्व विभाग के उच्च अधिकारियों और पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में समस्त अतिक्रमित जमीन की छंटाई कर पीड़ित परिवार को दिलवाने हेतु निवेदन किया है।
पीड़ित परिवार गोविंद गिरी की पुत्री का कहना है कि उनके पिता लोग तीन भाई गोपाल गिरि, गंगा गिरी और गोविंद गिरी थे जिनके पास खिला में कुल (o.824है०) 41 नाली से अधिक नाप जमीन थी।युवावस्था में एक भाई गंगा गिरी की मृत्यु के बाद नाप जमीन दो भाइयों एक पीड़ित परिवार के ताऊ गोपाल गिरि और गोविंद गिरी के नाम दर्ज हो गई। ताऊ जी गोपाल गिरी द्वारा अपने हक से आधी जमीन प्रमोद नैनवाल और उसके भाई को बेच दी ।लेकिन पीड़ित परिवार ने अपने हक से कभी भी जमीन नहीं बेची गई लेकिन विधायक नैनवाल द्वारा इनकी आधी जमीन पर भी जबरन कब्जा जमा कर उसे तार बाड़,सोलर फेंसिंग से चारों ओर से बंद कर दिया। बिना छटाई वाली हमारे दो भाईयों की जमीन पर सड़क से लेकर खेतों तक चारों ओर से बंद कर जेसीबी से कटान करवा दिया गया।अनेकों बार गुहार लगाने के बाद भी जब विधायक के भाई द्वारा गोविंद गिरी को जान से मारने की धमकी दे डाली तो अंततः परिवार ने जिलाधिकारी नैनीताल,महिला आयोग,पुलिस महानिदेशक और राजस्व सचिव से शिकायती पत्र के माध्यम से न्याय की गुहार की।
पीड़ित ने पत्र में लिखा है कि भविष्य में मेरे परिवार को किसी भी प्रकार से जान माल की हानी होती है तो रानीखेत विधायक डा प्रमोद नैनवाल और उनका भाई सतीश नैनवाल व उनसे जुड़े लोग जिम्मेदार होंगे।