उत्तराखंड क्रांति दल ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को लेकर तीखे तेवर अपना लिए हैं।
दल ने आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर प्रेमचंद अग्रवाल की बर्खास्तगी की मांग की है।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सत्ता के मद में चूर होकर अब अपनी ही पार्टी और आर एस एस के कार्यकर्ताओं को ही सड़क पर सरेआम मारने -पीटने लगे हैं।
इस तरह का असंवैधानिक आचरण कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
यूकेडी महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने आक्रोश व्यक्त किया कि एक तरफ कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल अंकिता भंडारी के हत्यारों को संरक्षण देते हुए नजर आते हैं तो वहीं नियम कायदों से बाहर जाकर अपने परिवार के लोगों को बैक डोर से भर्तियां कर रहे हैं।
यूकेडी ने मांग की कि यदि सरकार वाकई भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस के प्रति गंभीर है तो प्रेमचंद अग्रवाल को तत्काल कैबिनेट से बाहर कर दिया जाना चाहिए।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय संगठन सचिव राजेंद्र सिंह गुसाई ने कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल ने आचार संहिता के दौरान विधानसभा के विवेकाधीन कोष का लाभ अपने मतदाताओं को पहुंचाया था लेकिन इस पर सरकार जानबूझकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
पहले अपनी ही पार्टी के भगत राम कोठारी और अब सुरेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ अभद्रता के तमाम किस्से वायरल होने के बावजूद सरकार अज्ञात कारणों से बैकफुट पर है।
उत्तराखंड क्रांति दल ने कहा कि यदि राज्य सरकार प्रेमचंद अग्रवाल को कैबिनेट से बाहर नहीं करती तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कड़ी कार्यवाही की मांग की जाएगी।