कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त मनोहर सिंह गिल का कल रविवार को निधन हो गया। आज सोमवार को उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में किया जाएगा। पद्म विभूषण से सम्मानित गिल ने साउथ दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली है। 86 वर्षीय पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोहर सिंह गिल के निधन की खबर सामने आते ही कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों ने शोक जाहिर किया है। गिल 2004-16 तक पंजाब से राज्यसभा सांसद रहे हैं।
मनोहर सिंह गिल, मनमोहन सिंह की सरकार के समय खेल मंत्री भी रह चुके हैं। उनका जन्म पंजाब के तरनतारन जिले के अलादीन पुर गांव में हुआ था। पद्म विभूषण से सम्मानित गिल ने 1996 से 2001 तक भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में कार्य किया। वह कांग्रेस सरकार में यूथ अफेयर और खेल मंत्री भी रहे। इसके अलावा उन्होंने स्टेटिस्टिक्स और प्रोगाम इम्प्लिमेन्टेशन मंत्री पद की जिम्मेदारी भी संभाली थी। पंजाब कैडर के पूर्व IAS अधिकारी गिल 2004 में कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा के लिए चुने गए थे। 1980 के दशक में पंजाब के कृषि सचिव के रूप में कार्य करने के बाद उन्होंने ‘एन इंडियन सक्सेस स्टोरी : एग्रीकल्चर एंड कोऑपरेटिव्स’ पर किताब भी लिखी।
86 वर्षीय पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त मनोहर सिंह गिल कुछ समय से बीमार चल रहे थे।
रविवार को दक्षिणी दिल्ली के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया। उनके करीबी लोगों ने यह जानकारी दी।गिल के परिवार में पत्नी और तीन बेटियां हैं। उन्होंने बताया कि गिल का अंतिम संस्कार सोमवार को दिल्ली में किया जाएगा। पूर्व नौकरशाह गिल ने एक युवा अधिकारी के रूप में प्रकाश सिंह बादल के अधीन उस वक्त कार्य किया था, जब शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक पंजाब के मुख्यमंत्री थे। गिल दिसंबर 1996 और जून 2001 के बीच मुख्य निर्वाचन आयुक्त रहे थे। एक पूर्व सरकारी अधिकारी ने बताया कि जब टी. एन. शेषन निर्वाचन आयोग के प्रमुख थे, तब गिल और जीवीजी कृष्णमूर्ति को निर्वाचन आयोग का सदस्य बनाया गया था। अधिकारी ने बताया कि उसी समय निर्वाचन आयोग को तीन सदस्यीय निकाय बनाया गया था। गिल कांग्रेस सदस्य के रूप में राज्यसभा पहुंचे और 2008 में उन्हें केंद्रीय खेल मंत्री बनाया गया था। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया गया है