प्राधिकरण ने अस्पताल को नोटिस जारी किया है। अब अस्पताल को इतनी ही रकम जुर्माने के तौर पर भरनी पड़ेगी।
कालिंदी अस्पताल मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने के साथ-साथ सरकार की इस योजना पर पलीता लगा रहा था।
अस्पताल ने क्लेम के दस्तावेज में जिस यूरोलाजिस्ट के नाम व हस्ताक्षर दर्शाए गए, वह न अस्पताल में कार्यरत हैं और न कभी यहां मरीजों का उपचार किया। अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिसकी विवेचना चल रही है।
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राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आयुष्मान योजना मे फर्जीवाड़े के चलते कालिंदी अस्पताल को ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही शुरू कर दी है। साथ ही अस्पताल से मोटा जुर्माना भी वसूला जाएगा।
आयुष्मान योजना जिसे सरकार ने गरीबों के फायदे के लिए चलाया था, उस योजना से निजी अस्पताल वाले धोखाधड़ी करके मालामाल हो रहे हैं, लेकिन राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने पिछले सवा 4 साल में धोखाधड़ी करने वाले 53 निजी अस्पतालों की संबद्धता समाप्त करते हुए कड़ी कार्यवाही की है।
काली कालिंदी अस्पताल ने एक करोड़ 86 लाख 41 हजार 620 रुपए का गबन 796 क्लेम में किया है। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने यह सभी क्लेम निरस्त कर दिए हैं, साथ ही वसूली की कार्यवाही भी शुरू कर दी है।