यमकेश्वर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय भादसी का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के चलते एक शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया गया है। प्रांरभिक शिक्षा रामेंद्र कुशवाहा ने बताया कि पिछले महीने जून में एक वायरल विडियो हुआ था, जिसमें राजकीय प्राथमिक विद्यालय भादसी की छात्राएं कपड़े व बर्तन धोते हुए दिखाई दे रही थी। जिस पर डीईओ कुशवाहा ने मामले में उप शिक्षा अधिकारी को विद्यालय का निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए सारे प्रकरण की जांच शीघ्र से शीघ्र विभाग को उपलब्ध कराने को कहा। बीईओ ने मामले की जांच करने के बाद 8 जुलाई को रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी थी।
वायरल वीडियो की जांच के बाद पूछताछ में पाया गया,कि प्रधानाध्यापिका ने विद्यालय में पढ़ने वाली पांचवीं की छात्राओं से कपड़े व बर्तन धोने की बात स्वीकार की हैं। जिसका वीडियो स्थानीय ग्रामीणों ने बनाकर वायरल कर दिया था।
इस घटना ने क्षेत्र के ग्रामीणों को मन को झकझोर कर रख दिया है कि उनके बच्चों से प्रधानाध्यापिका इस तरह के काम करवाती है। प्रधानाध्यापिका के इस कृत्य से ग्रामीणों में भारी रोष है। जांच में यह भी पाया गया कि प्रधानाध्यापिका का व्यवहार ग्रामीणों के साथ भी ठीक नहीं हैं।
डीईओ कुशवाहा ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच के बाद प्रधानाध्यापिका कुसुम नेगी को सस्पेंड किया गया हैं। प्रधानाध्यापिका कुसुम नेगी को एक माह के भीतर अपना पक्ष रखने के भी आदेश दिए गए हैं।