जखोली। वन्य जीवों के हमले से लगातार उत्तराखंड प्रभावशाली हैं।
अब ऐसे में रुद्रप्रयाग जनपद के विकासखंड जखोली, जो कि अपनी सौंदर्यता के लिए जाना जाता है, अब भालू और गुलदार के हमले से दहशत में है। विगत कई दिनों से क्षेत्र में गुलदार और आदमखोर भालू का आतंक है।
पिछले दिनों ग्राम पंचायत धारकुडी में 7 महिलाओं पर एक आदमखोर भालू ने हमला किया था।
वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत धनकुराली,पालाकुराली,उछना, उरोली में भालू द्वारा दरवाजा तोड़कर कई मवेशियों को मौत के घाट उतार दिया गया है।
अब इसी माहौल में मयाली बाजार में सरेआम भालू दिखाई दिया है। बीते श्याम 5:00 बजे करीब एक भालू सरेआम बाजार में घूमते दिखाई दिया है। कुत्तों के भौंकने और स्थानीय ग्रामीणों के शोर मचाने के बाद भालू एक पेड़ पर चढ़ गया। वैज्ञानिकों का तथ्य है कि भालू चीड़ पेड़ के गर्म स्थानों पर नहीं आता है। लेकिन अब इस क्षेत्र में भी भालू के आने से ग्रामीणों में डर का माहौल है। जिस कारण बच्चों को अभिभावक स्कूल नहीं भेज रहे हैं।
बहरहाल ग्रामीणों में दहशत का माहौल है और वन विभाग फोन उठाने को तैयार नहीं है। वन विभाग के दक्षिणी रेंज के रेंजर नंदकिशोर थपलियाल ने ग्रामीणों का फोन नहीं उठाया है।
राज्य आंदोलनकारी सुरेंद्र सकलानी, भीम पुंडीर, आशीष काला, पवन काला, धीरज मणी भट्ट ने वन विभाग को चेतावनी देते हुए चेताया है कि यदि वन्य जीव पर किसी इंसानी हमला होता है, तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी वन विभाग रुद्रप्रयाग की होगी।
वहीं डीएफओ रुद्रप्रयाग रजत सुमन ने बताया कि गुलदार और भालू को पकड़ने के लिए टीम तैयार कर दी गई हैं। उन्होंने ग्रामीणों से धैर्य और सतर्क रहने की अपील की है।








