आखिरकार उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड के सीमांत जिलों को हवाई सेवा का आनंद उठाने का मौका फिर से दे दिया है। 29 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद पिथौरागढ की नैनीसैनि हवाई पट्टी से शुरू होगी।
सीमांत जिला पिथौरागढ़ की नैनीसैनि हवाई पट्टी को बने वर्षो बीत गए हैं पर अभी तक यहाँ पर हवाई सेवा नहीं सुचारू हो सकी है ।2019 में पिथौरागढ़ से दिल्ली और देहरादून के लिए हवाई सेवा शुरू की गई थी,लेकिन कुछ ही महीनों के बाद ही हवाई सेवा ठप हो गई. तब से लेकर अभी तक यहाँ पर हवाई सेवा नही चल सकी है जिससे यहां के लोग अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे थे।
अब एक बार सरकार ने फिर से हवाई सेवा सुचारू करने की पहल की गई है जिससे यहां के लोगों को नैनी सैनी से नियमित हवाई सेवा शुरू होने की उम्मीद फिर जगी है जिसके शुरू होने का इंतजार यहां के लोग वर्षों से कर रहे हैं।मौजूदा राज्य और केंद्र सरकार की पहल के बाद अब पिथौरागढ़ के लोगों का इंतजार खत्म होने जा रहा है। दरसल पिछले दिनों डीजीसीए ने पिथौरागढ़ एयरपोर्ट के लिए एरोड्रम लाइसेंस जारी कर दिया गया है, जिससे अब पिथौरागढ़ के नैनी सैनी हवाई अड्डे से पंतनगर, देहरादून और हिंडन के लिए नियमित हवाई सेवा शुरू हो सकेगी। डीजीसीए ने उत्तराखंड उड्डयन विकास प्राधिकरण को पिथौरागढ़ के नैनी सैनी एयरपोर्ट के लिए एरोड्रम लाइसेंस जारी कर दिया है, जिसके बाद अब इस हवाई अड्डे से नियमित हवाई सेवा शुरू करने की तैयारियां भी राज्य सरकार द्वारा तेज कर की जा रही है.
पिथौरागढ़ की जिलाधिकारी रीना जोशी ने बताया कि नैनी सैनी हवाई अड्डे के लिए लाइसेंस मिल चुका है तथा एक कंपनी को हवाई सेवा के लिए पिथौरागढ़ के रूट की अनुमति भी मिल चुकी है। कुछ औपचारिकताओं के बाद यहां से नियमित हवाई सेवा शुरू कर दी जाएंगी, जिससे यहाँ के लोगों के साथ कुमाऊँ के लोगों को एक अच्छी सुविधा के साथ विकास के का भी मार्ग खुलेंगे।इसके साथ ही स्थानीय निवासी और पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगो का कहना है कि यहां से दिल्ली और देहरादून जैसे महानगरों के लिए सीधी हवाई सेवा शुरू होने का लाभ पिथौरागढ़ के साथ-साथ चंपावत, बागेश्वर और अल्मोड़ा जिले के लोगों को भी मिलेगा।
उन्होंने उम्मीद जताई है कि सीधी हवाई सेवा शुरू होने के बाद इस दूरस्थ क्षेत्र में पर्यटन व्यवसाय को तो पंख लगेंगे ही साथ यहां की खूबसूरती का लुफ्त लेने के लिए देश-विदेश से लोग आसानी से आज जा सकेंगे।