उत्तराखंड में चार धाम यात्रा का आगाज अप्रैल को गंगोत्री यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ शुरू हुआ था 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अक्टूबर नाथ धाम के कपाट खुलने के बाद से यात्रा पूर्ण रूप से शुरू हो गई थी।
यात्रा के शुरुआती दौर में बारिश, बर्फबारी, तूफान और ओलावृष्टि भी श्रद्धालुओं के हौसले को डिगा नहीं सकी। जैसे-जैसे यात्रा बढ़ती गई वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ती चली जा रही है। तीर्थयात्रियों के उत्साह को देखते हुए लगता है कि चारधाम यात्रा नए रिकॉर्ड की तरफ बढ़ रही है। दो माह की यात्रा में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 30 लाख पार पहुंच गया है। यात्रा अभी चार तक महीने और चलेगी। बता दें कि पिछले वर्ष पूरी यात्रा में 46 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे।
22 अप्रैल को गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने से चारधाम यात्रा का आगाज हुआ।
25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद पूर्ण रूप से चारधाम यात्रा शुरू हुई। जबकि 20 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुले । दो माह के यात्रा काल में ही चारधामों में दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों का आंकड़ा 30 लाख पार हो गया है। अभी तक सबसे अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं। लगभग 10 लाख से अधिक यात्री केदारनाथ जी के दर्शन को कर चुके हैं। इस बार 5000000 से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है क्योंकि यात्रा के लिए पंजीकरण की संख्या 48 लाख को पार कर चुकी है।
अभी तक पवित्र धामों के दर्शनों को करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या:-
केदारनाथ 10.20 लाख,बदरीनाथ 8.85 लाख,गंगोत्री 5.36 लाख,यमुनोत्री 4.66 लाख,हेमकुंड साहिब 85 हजार है।