गैरसैण पहुंचे सरकार और सरकारी नुमाइंदों के दल द्वारा जनता को बेवकूफ बना गया है।
बड़ी मुश्किल से आयोजित हुआ मानसून सत्र स्थगित कर दिया गया है। विपक्ष को अनदेखा कर सत्तारूढ़ पार्टी अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रही है। यह प्रकरण हैरान करने वाला है।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि भराड़ीसैंण गांव में पेयजल, स्वास्थ्य, चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध नहीं हैं। लंबे समय से भराड़ीसैंण में पेयजल की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय महिला सुनीता देवी का कहना है कि सरकार के मंत्री-संत्री बिसलेरी पी रहे हैं, हम कहां जाएं?
दरअसल आपको बता दे कि सरकार औपचारिकता के तौर पर गैरसैंण में विधानसभा सत्र आयोजित कर रही है। पूर्व खबरों में भी आप पढ़ चुके हैं कि वहां ‘विधायकों को ठंड’ लगने जैसे बयान सामने आया है।
ऐसे में जनता के साथ छल किया जा रहा है, बुनियादी सुविधाओं से जूझ रही उत्तराखंड की जनता कब तक जूझेगी!