छोटे से पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में सियासत बड़ी है। गरीब प्रदेश पर दो-दो राजधानियां का थोप दिया है। सरकार पहाड़ों को प्राथमिकता देने के नाम पर गैरसैंण मानसून सत्र आयोजित कर रही है, जिसे अब अनिश्चितकालीन स्थगित कर दिया गया है।
पूर्व में आयोजित सत्र के दौरान माननीय विधायकों को ठंड लगने वाला बयान सामने आया था। अबकी बार सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया है।
गैरसैंण में 19 अगस्त से शुरू हुआ उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। यह सत्र 22 अगस्त तक चलना प्रस्तावित था।
सत्र के दौरान सरकार ने 2025-26 का अनुपूरक बजट पेश किया, वहीं विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों को लेकर जोरदार हंगामा किया।
विपक्ष के तेवरों के कारण कई बार कार्यवाही बाधित रही। अब सत्र के अनिश्चितकालीन स्थगन के बाद विपक्ष सरकार पर जनहित के मुद्दों से भागने का आरोप लगा रहा है।