अपने स्लोगन ‘कर्म ही पूजा है’ के विपरित उत्तराखंड वन विकास निगम में वन प्रबंधक प्रमोद कुमार ने उपनल के आउटसोर्स कर्मचारी अमर शर्मा को नौकरी से हटाकर उसके बदले गलत तरीके से बिजनौर निवासी अपने भाई सत्येंद्र कुमार को उपनल के तहत नौकरी पर रख लिया। जबकि उपनल कर्मचारी के मामले में सरकार ने यह नियम बना रखा है कि शासन की अनुमति के बिना आउटसोर्स पर कर्मचारी रखना भी प्रतिबंधित है तथा उपनल के कर्मचारियों को बिना कारण के हटाना भी प्रतिबंधित है।
पीड़ित कर्मचारी अमर शर्मा ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर की।
इस पर जब जांच हुई तो एमडी जीएस पांडे ने रीजनल मैनेजर गढ़वाल हरीश पाल को जांच सौंपी।
जांच में पाया गया कि डीएलएम प्रमोद कुमार ने गुपचुप तरीके से आउटसोर्स पर अपने भाई को रख दिया तथा इसकी जगह पर लगे उपनल कर्मचारी अमर शर्मा को गलत तरीके से हटा दिया।
लेकिन एमडी जीएस पांडे ने सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया। एमडी वन विकास निगम जीएस पांडे का कहना है कि उन्होंने “वही किया जो इस मामले में उन्हें उचित लगा, इससे ज्यादा कार्रवाई वह नहीं कर सकते थे।”
इसको लेकर वन विभाग के कर्मचारियों में काफी आक्रोश है और उपनल कर्मचारी संघ में भी काफी गुस्सा है। यह हालत तब है जबकि हाल ही में उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उत्तराखंड में सभी विभागों को आदेश जारी किए हैं कि उपनल कर्मचारियों को नहीं हटाया जाएगा।