मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी के सिलक्यारा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग में निर्माणाधीन सुरंग में हुए भू- धसाव की घटना का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे और टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए किए जा रहे बचाव एवं राहत कार्यों का जायजा लिया। सीएम ने टनल में जाकर राहत एवं बचाव कार्यों की स्थिति को जाना।मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य में और अधिक तेजी लाने हेतु निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग में फंसे मजदूरों को जल्दी से जल्दी बाहर सुरक्षित निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और उसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव अभियान में जुटे अधिकारियों और विभिन्न एजेंसियों को परस्पर बेहतर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य उच्च दक्षता और पूरी क्षमता के साथ चलाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अभियान के लिए बाहर से जिस तरह के संसाधनों व तकनीकी सहायता की आवश्यकता होगी उसे सरकार यथाशीघ्र उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने कहा किसी भी स्तर पर किसी भी भी आवश्यकता के लिए शीघ्र शासन को सूचित किया जाए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संभव विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। बचाव कार्य के लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया की ईश्वर की कृपा और बचाव कार्यों में लगे हुए लोगों के अथक प्रयासों के चलते सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को जल्दी ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन के माध्यम से सुरंग में फँसे हुए श्रमिकों की स्थिति, राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में पूरी जानकारी ली। उन्होंने बताया प्रधानमंत्री ने इस दुर्घटना से निपटने हेतु हर संभव मदद का भरोसा देते हुए हर स्थिति पर पैनी नजर बनाए रखने हेतु निर्देशित निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा केंद्रीय एजेंसियों को भी राहत और बचाव कार्यों में सहयोग करने हेतु निर्देशित किया गया है।
जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एनएचआईडीसीएल तथा अन्य एजेंसी के अधिकारियोंने राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए मलवा हटाने का कार्य निरंतर जारी है, मलवा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को जुटाया गया है। दरकते मलवे को थाने के लिए मशीनों से शार्टक्रीटिंग की जा रही है ।। टनल में फंसे मजदूरों से पाइप के जरिये संदेशों का आदान प्रदान किया गया है। पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है । इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चने के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे श्रमिकों तक भेजे गए हैं।
मुख्यमंत्री के साथ घटना स्थल पर पहुंचे गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडे ने भी राहत और बचाव कार्यों को लेकर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। इस दौरान विभिन्न विशेषज्ञ एवं रेस्क्यू अभियान में जुटे दस्तों के प्रमुख मौजूद रहे। यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक संजय डोभाल, ब्लॉक प्रमुख डुंडा शैलेन्द्र कोहली, भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येंद्र राणा और राष्ट्रीय मंत्री स्वराज विद्वान भी इस दौरान साथ रहे।बड़ी खबर: मुख्यमंत्री धामी ने लिया सुरंग में फंसे श्रमिकों के बचाव कार्यों का ब्यौरा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी के सिलक्यारा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग में निर्माणाधीन सुरंग में हुए भू- धसाव की घटना का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे और टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए किए जा रहे बचाव एवं राहत कार्यों का जायजा लिया। सीएम ने टनल में जाकर राहत एवं बचाव कार्यों की स्थिति को जाना।मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य में और अधिक तेजी लाने हेतु निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग में फंसे मजदूरों को जल्दी से जल्दी बाहर सुरक्षित निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और उसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव अभियान में जुटे अधिकारियों और विभिन्न एजेंसियों को परस्पर बेहतर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य उच्च दक्षता और पूरी क्षमता के साथ चलाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अभियान के लिए बाहर से जिस तरह के संसाधनों व तकनीकी सहायता की आवश्यकता होगी उसे सरकार यथाशीघ्र उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने कहा किसी भी स्तर पर किसी भी भी आवश्यकता के लिए शीघ्र शासन को सूचित किया जाए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संभव विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। बचाव कार्य के लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया की ईश्वर की कृपा और बचाव कार्यों में लगे हुए लोगों के अथक प्रयासों के चलते सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को जल्दी ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन के माध्यम से सुरंग में फँसे हुए श्रमिकों की स्थिति, राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में पूरी जानकारी ली। उन्होंने बताया प्रधानमंत्री ने इस दुर्घटना से निपटने हेतु हर संभव मदद का भरोसा देते हुए हर स्थिति पर पैनी नजर बनाए रखने हेतु निर्देशित निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा केंद्रीय एजेंसियों को भी राहत और बचाव कार्यों में सहयोग करने हेतु निर्देशित किया गया है।
जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एनएचआईडीसीएल तथा अन्य एजेंसी के अधिकारियोंने राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए मलवा हटाने का कार्य निरंतर जारी है, मलवा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को जुटाया गया है। दरकते मलवे को थाने के लिए मशीनों से शार्टक्रीटिंग की जा रही है ।। टनल में फंसे मजदूरों से पाइप के जरिये संदेशों का आदान प्रदान किया गया है। पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है । इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चने के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे श्रमिकों तक भेजे गए हैं।
मुख्यमंत्री के साथ घटना स्थल पर पहुंचे गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडे ने भी राहत और बचाव कार्यों को लेकर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। इस दौरान विभिन्न विशेषज्ञ एवं रेस्क्यू अभियान में जुटे दस्तों के प्रमुख मौजूद रहे। यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक संजय डोभाल, ब्लॉक प्रमुख डुंडा शैलेन्द्र कोहली, भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येंद्र राणा और राष्ट्रीय मंत्री स्वराज विद्वान भी इस दौरान साथ रहे।