प्राप्त जानकारी के अनुसार वन प्रभाग ने आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखे गए 19 कर्मियों को हटा दिया है। इन कर्मियों को हटाने से विभागीय कामकाज प्रभावित होना तय माना जा रहा है। यहां यह भी बताते चले कि इससे पूर्व फॉरेस्ट ट्रेनिंग एकेडमी और तराई पूर्वी वन विभाग के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय चिड़ियाघर में रखे गए कर्मचारियों को भी हटाया गया था।
DFO बाबूलाल का कहना है कि वर्ष 2018 के बाद जो भी कर्मचारी आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखे गए थे उन्हें हटाया गया है। यह कर्मचारी लिपिक समेत अन्य पदों पर सेवाएं दे रहे थे। इन कर्मियों को वेतन देने की समस्या बनी हुई थी। इसमें ऑपरेटर, लिपिक, चौकीदार, ड्राइवर, श्रमिक आदि शामिल हैं।