सरकारी सुविधाएं अधिकारियों के लिए होती है,आमजन के लिए नहीं इसका ताजा उदाहरण राजधानी देहरादून के डिस्पेंसरी रोड स्थित राजीव गांधी बहुउद्देशीय कंपलेक्स का है। इस कंपलेक्स में गवर्नमेंट के कई कार्यालय अलग-अलग मंजिलों पर स्थित है। जिन तक पहुंचने के लिए लिफ्ट लगाई गई थी कई वर्षों तक तो यह लिफ्ट खराब ही पड़ी रही जिसके चलते बुजुर्गों और दिव्यांगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता रहा है।
बहुउद्देशीय कंपलेक्स में जिला पूर्ति कार्यालय,तहसील और आवास विकास एवं नगर प्राधिकरण आदि के कार्यालय स्थित हैं जिसकी वजह से यहां हर रोज सैकड़ों लोग रोजाना आते जाते रहते हैं।इनमें से कई लोग दिव्यांग और बुजुर्ग भी होते हैं, अपनी पेंशन और अन्य कार्यों के लिए आते हैं।जिनको पैदल चलने में परेशानी होती है जिसको देखते हुए सरकार ने इसमें लिफ्ट लगवाई थी। ताकी बुजुर्गों और दिव्यांगों को कार्यालयों में जाने के लिए दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।
खराब पड़ी दोनों में से एक लिफ्ट को विभागों द्वारा ठीक कराया गया है लेकिन यह लिफ्ट मार्किंग से सीधे चौथे माले पर जाकर खुलती है जो आमजन के किसी काम की नहीं है क्योंकि यदि किसी दिव्यांग के बुजुर्गों को यहां जाना पड़े तो पहले उसे चौथे माले में जाना होगा, उसके बाद उसके साथ गए लोगों को उन्हें नीचे उतार के दूसरे या तीसरे माले में जाना पड़ता है जिससे कि भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है परंतु लगता है सरकारी अधिकारियों को आमजन की परेशानी से कोई सरोकार नहीं है क्योंकि उनका तो काम चल ही जाता है। पिछले दिनों डीएम देहरादून ने छापा मारकर व्यवस्था सुधारने के निर्देश भी दिए थे, परंतु फिर भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। जिलाधिकारी देहरादून ने स्पष्ट किया कि इस मामले पर जांच कराई जाएगी और संबंधितों से जवाब तलब किया जाएगा।